गुवाहाटी, 15 सितंबर (भाषा) असम विधानसभा का हेमंत कालीन सत्र शुक्रवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया।
विधानसभा अध्यक्ष बिश्वजीत दैमारी ने कहा कि पांच दिन तक चले सत्र में तीन दिन सरकारी कामकाज हुआ और दो दिन गैर-सरकारी कामकाज के लिए थे।
उन्होंने कहा कि सत्र में 20 से अधिक सरकारी विधेयकों पर चर्चा हुई और उन्हें पारित किया गया, वहीं एक गैर-सरकारी विधेयक पर भी चर्चा हुई।
दैमारी ने कहा कि यह विधानसभा के नये भवन में हुआ पहला पूर्ण सत्र था।
उन्होंने कहा कि सत्र के पहले दिन विधानसभा परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा का अनावरण उल्लेखनीय रहा।
सत्र के अंतिम दो दिन मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा की पत्नी से संबंधित एक कंपनी को सरकारी सब्सिडी मिलने के आरोपों पर चर्चा की विपक्षी विधायकों की मांग को लेकर शोर-शराबे की स्थिति रही।
विधानसभा अध्यक्ष ने इस मुद्दे पर तत्काल चर्चा कराने से इनकार कर दिया और कांग्रेस के विधायकों ने दोनों दिन सदन से बहिर्गमन किया।
कांग्रेस का आरोप है कि मुख्यमंत्री की पत्नी रिंकी भुइयां शर्मा की कंपनी को एक योजना के तहत केंद्र सरकार से 10 करोड़ रुपये की ऋण सब्सिडी मिली।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर इस बात का एक भी साक्ष्य हो कि उनकी पत्नी या उनकी कंपनी प्राइड ईस्ट एंटरटेनमेंट को केंद्र से कोई राशि मिली या उसने किसी राशि का दावा किया था, तो वह सार्वजनिक जीवन से संन्यास लेने या अन्य कोई भी सजा भुगतने को तैयार हैं।
असम के राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री जोगेन मोहन ने शुक्रवार को सदन को बताया कि राज्य में इस साल बाढ़ से 12 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं।
उन्होंने कांग्रेस विधायक भरत चंद्र नारा के पूरक प्रश्न का उत्तर देते हुए बताया कि बाढ़ से हुए नुकसान का अभी आकलन किया जा रहा है, लेकिन उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार अब तक इससे 12,95,642 लोग प्रभावित हुए हैं।
भाषा वैभव माधव
माधव
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