असम के राज्यपाल ने नयी शिक्षा नीति के कार्यान्वयन पर आपसी सीख साझा करने की जरूरत पर जोर दिया

असम के राज्यपाल ने नयी शिक्षा नीति के कार्यान्वयन पर आपसी सीख साझा करने की जरूरत पर जोर दिया

असम के राज्यपाल ने नयी शिक्षा नीति के कार्यान्वयन पर आपसी सीख साझा करने की जरूरत पर जोर दिया
Modified Date: December 19, 2023 / 01:24 pm IST
Published Date: December 19, 2023 1:24 pm IST

गुवाहाटी, 19 दिसंबर (भाषा) असम के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने राज्य में नयी शिक्षा नीति (एनईपी) के उचित कार्यान्वयन के लिए विभिन्न उच्च शिक्षण संस्थानों के बीच आपसी सीख साझा करने की जरूरत पर जोर दिया है।

एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया कि राज्यपाल ने एनईपी 2020 के कार्यान्वयन को आगे बढ़ाने के लिए उच्च शिक्षण संस्थानों के प्रमुखों की एक बैठक भी बुलाई।

कटारिया ने सोमवार को उच्च शिक्षा को लेकर सलाहकार समिति की दूसरी बैठक की अध्यक्षता की।

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विज्ञप्ति में कहा गया है कि बैठक में महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा हुई, जिसमें नये दिशानिर्देशों के अनुरूप एनईपी प्रकोष्ठ की स्थापना करना और सभी उच्च शिक्षण संस्थानों में एनईपी 2020 के आधार पर स्नातक पाठ्यक्रम शुरू करने और चार साल के स्नातक कार्यक्रमों के तहत परीक्षाओं की तैयारी शामिल हैं।

विज्ञप्ति में कहा गया कि शैक्षणिक वर्ष 2024-2025 से एक या दो वर्ष के स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों की शुरुआत के लिए संस्थानों की तैयारी पर भी चर्चा की गई।

स्नातक/स्नातकोत्तर अनुसंधान प्रयोगशालाओं की तैयारी और ‘‘पर्यावरण विज्ञान और जलवायु परिवर्तन’’ में शिक्षा के महत्व पर भी जोर दिया गया।

राज्यपाल ने समूह के सदस्यों से अकादमिक और प्रशासनिक मामलों पर गहन चर्चा के लिए विभिन्न संस्थानों का दौरा करने के लिए समितियां बनाने का आह्वान किया।

उन्होंने असम में एनईपी 2020 के कार्यान्वयन को गति देने के लिए उच्च शिक्षण संस्थानों के प्रमुखों के साथ एक सम्मेलन आयोजित करने का भी निर्णय लिया।

भाषा खारी अविनाश

अविनाश


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