असम सरकार ने आदिवासियों, मोरान और मोटोक के लिए दो बच्चों की नीति को खत्म किया

असम सरकार ने आदिवासियों, मोरान और मोटोक के लिए दो बच्चों की नीति को खत्म किया

असम सरकार ने आदिवासियों, मोरान और मोटोक के लिए दो बच्चों की नीति को खत्म किया
Modified Date: October 24, 2025 / 12:15 am IST
Published Date: October 24, 2025 12:15 am IST

गुवाहाटी, 23 अक्टूबर (भाषा) असम सरकार ने सरकारी नौकरी पाने के संबंध में आदिवासियों, चाय बागान में काम करने वाली जनजातियों, मोरान और मोटोक के लिए दो बच्चों के नियम को खत्म करने का बृहस्पतिवार को फैसला किया।

राज्य के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने राज्य मंत्रिमंडल की बैठक की अध्यक्षता करने के बाद एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उनकी सरकार ने इन समुदायों को विलुप्त होने से बचाने के लिए उन्हें जनसंख्या नियंत्रण उपायों के दायरे से बाहर रखने का निर्णय लिया है।

उन्होंने कहा, ‘‘मंत्रिमंडल ने चाय बागान में काम करने वाली जनजाति, मोरान, मोटोक और अनुसूचित जनजातियों के सदस्यों को जनसंख्या नीति के तहत बच्चों की संख्या दो तक सीमित करने के प्रावधान से छूट देने का फैसला किया है। अगर हम इस नीति पर अड़े रहे तो इन समुदायों की आबादी अपनी विशिष्ट पहचान खो देगी और अगले 50 साल में धीरे-धीरे विलुप्त हो जाएगी।’’

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मुख्यमंत्री ने सत्ता में आने के बाद सितंबर 2021 में घोषणा की थी कि राज्य सरकार सरकारी नौकरी पाने के संबंध में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पारंपरिक वनवासी समुदायों के लिए दो बच्चों के नियम को समाप्त कर देगी।

भाषा सिम्मी संतोष

संतोष


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