भारत की वयस्क आबादी के कम से कम 66 फीसदी को कोविड टीके की एक खुराक दी जा चुकी है : सरकार |

भारत की वयस्क आबादी के कम से कम 66 फीसदी को कोविड टीके की एक खुराक दी जा चुकी है : सरकार

भारत की वयस्क आबादी के कम से कम 66 फीसदी को कोविड टीके की एक खुराक दी जा चुकी है : सरकार

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:46 PM IST, Published Date : September 23, 2021/9:18 pm IST

नयी दिल्ली, 23 सितंबर (भाषा) केन्द्र सरकार ने बृहस्पतिवार को कहा कि देश की कुल वयस्क आबादी (18 साल से ज्यादा आयु वाले) में से कम से कम 66 प्रतिश् लोगों ने कोविड-19 टीके की एक खुराक जरूर लगवा ली है। वहीं 23 प्रतिशत हिस्से ने दोनों खुराक लगवायी हैं।

यहां संवाददाता सम्मेलन में केन्द्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बताया कि टीके की 63.7 प्रतिशत खुराक ग्रामीण क्षेत्रों में जबकि 35.4 प्रतिशत शहरी क्षेत्रों में लगायी गयी हैं।

उन्होंने बताया कि वहीं ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों की श्रेणी में नहीं आने वाले कोविड टीकाकरण केन्द्रों पर 68.2 लाख खुराक लोगों को लगायी गयी हैं।

को-विन पोर्टल पर उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, देश में अभी तक कोविड-19 टीके की 84 करोड़ से ज्यादा खुराक लगायी जा चुकी हैं।

भूषण ने कहा कि एक मई से 22 सितंबर तक निजी अस्पतालों में करीब छह प्रतिशत खुराक लगायी गयीं जबकि बाकी खुराक सार्वजनिक (सरकारी) स्वास्थ्य केन्द्रों पर लगायी गयीं।

नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वी. के. पॉल ने कहा, ‘‘भारत की कुल वयस्क आबादी के दो तिहाई हिस्से (66 प्रतिशत) को सार्स-सीओवी2 का टीका लगाया जा चुका है और करीब एक तिहाई आबादी (23 प्रतिशत) को टीके की दोनों खुराकें लगायी गयी हैं। और इन दोनों मानदंडों में आप देख सकते हैं कि ऐसे कई राज्य और केन्द्र शासित प्रदेश ऐसे हैं जिन्होंने इन औसत से बेहतर किया है।’’

उन्होंने कहा कि टीका इस गंभीर बीमारी और मृत्यु से बहुत हद तक सुरक्षा प्रदान करता है और इसलिए यह संतोष की बात है कि टीकाकरण इतने व्यापक स्तर पर हुआ है।

पॉल ने कहा, ‘‘हम उन लोगों से अनुरोध करते हैं, जिन्होंने पात्र होने के बावजूद अभी तक टीका नहीं लगवाया है…महिला-पुरुष, गर्भवती महिलाएं और सभी लोग, खास तौर से जिनका आयु 50 साल से ज्यादा उन्हें टीके की पहली और दूसरी खुराक लगवा लेनी चाहिए ताकि उन्हें पूर्ण सुरक्षा मिल सके और हम इस महामारी से पार पा सकें।’’

स्वास्थ्य सचिव भूषण ने कहा कि स्वास्थ्य कर्मियों में से 99 प्रतिशत ने टीके की पहली खुराक लगवा ली है, जबकि 84 प्रतिशत स्वास्थ्यकर्मी ऐसे हैं जिन्होंने दोनों खुराकें लगवायी हैं।

उन्होंने बताया कि सभी कोरोना योद्धाओं को टीके की पहली खुराक लगायी जा चुकी है और 80 प्रतिशत ने दोनों खुराकें लगवायी हैं।

साझा किए गए आंकड़े के अनुसार, रोजाना लगायी जाने वाली टीके की खुराकों की औसत संख्या बढ़ी है। यह संख्या मई में 19.69 लाख, जून में 39.89 लाख, जुलाई में 43.41 लाख थी जो बढ़कर अगस्त में 59.19 लाख प्रतिदिन हो गयी है।

सितंबर में अभी तक रोजाना औसत रूप से 81.60 लाख टीके लगाए जा रहे हैं।

भाषा अर्पणा माधव

माधव

 

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