छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल सरकार दो साल पूरा होने पर रामायण विषय पर निकालेगी रथयात्रा

छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल सरकार दो साल पूरा होने पर रामायण विषय पर निकालेगी रथयात्रा

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  • Publish Date - December 15, 2020 / 01:35 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 07:56 PM IST

नयी दिल्ली, 15 दिसंबर (भाषा) सत्ता में दो साल पूरा होने पर भूपेश बघेल सरकार अपनी महत्वाकांक्षी योजना के तहत छत्तीसगढ़ में भगवान नाम से जुड़े स्थलों को ‘राम वन गमन पथ’ के रूप में विकसित करेगी। मंगलवार को एक सरकारी बयान में यह जानकारी दी गयी है।

राम वन गमन पथ वही मार्ग है जिससे होकर अपने 14 साल के वनवास के दौरान भगवान राम गुजरे थे।

यहां छत्तीसगढ़ सूचना केंद्र द्वारा जारी बयान में कहा गया है, ‘‘ राम वन गमन पर्यटन सर्किट परियोजना छत्तीसगढ़ की पौराणिक और ऐतिहासिक पृष्ठभूमि तथा भगवान राम के जीवन से उनके संबंध को दर्शाने को तैयार की गयी है ।’’

बयान में कहा गया है, ‘‘ इसमें न केवल राम की वनवास अवधि से जुड़े स्थानों पर बल दिया गया है बल्कि उन स्थलों के आसपास के क्षेत्रों के विकास पर भी ध्यान दिया जायेगा ।’’

बयान में कहा गया है, ‘‘भूपेश बघेल की अगुवाई वाली छत्तीसगढ़ सरकार के दो साल पूरा होने पर रामायण विषय पर रथ यात्रा निकाली जाएगी। छत्तीसगढ़ में भगवान राम से जुड़े स्थलों का राम वन गमन पथ के रूप में विकास किया जाएगा।’’

वरिष्ठ कांग्रेस नेता बघेल को 17 दिसंबर, 2018 को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ दिलायी गयी थी।

बयान के अनुसार राम वन गमन पथ पर अपनी यात्रा के दौरान श्रद्धालु और पर्यटक हर कदम पर भगवान राम की उपस्थिति महसूस करेंगे। मुख्य मार्ग और उपमार्ग 2260 किलोमीटर के हैं।

बयान में कहा गया है, ‘‘ छत्तीसगढ़ भगवान राम का ननिहाल और उनकी मां माता कौशल्या का जन्मथान था। भगवान राम अपनी पत्नी सीता एवं छोटे भाई लक्ष्मण के साथ छत्तीसगढ़ के बस्तर के दंडकारण्य क्षेत्र में अपना वनवास शुरू किया था।

बयान के अनुसार तीनों अपने 14 साल के वनवास में दस साल छत्तीसगढ़ में रहे थे।

बयान के मुताबिक भगवान राम से जुड़े 75 स्थल हैं जिनमें से नौ को इस परियोजना के पहले चरण में 137 करोड़ रूपये की बजटीय प्रावधान से विकसित किया जाएगा।

भाषा

राजकुमार उमा

उमा