पायलट के 43वें जन्मदिन पर राजस्थान में बड़ा रक्तदान अभियान

पायलट के 43वें जन्मदिन पर राजस्थान में बड़ा रक्तदान अभियान

पायलट के 43वें जन्मदिन पर राजस्थान में बड़ा रक्तदान अभियान
Modified Date: November 29, 2022 / 08:24 pm IST
Published Date: September 6, 2020 11:46 am IST

जयपुर, छह सितंबर (भाषा) राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट सोमवार को 43 वर्ष के हो जाएंगे और इस अवसर पर उनके समर्थक राज्यभर में रक्तदान शिविरों का आयोजन करेंगे, जिसमें हजारों यूनिट रक्त एकत्रित करने का रिकॉर्ड बनाने का लक्ष्य है।

पायलट ने अपने समर्थकों से अपील की है कि वे कोविड-19 महामारी के दौर में जयपुर नहीं आएं और वे इसके बजाय राज्य में जगह-जगह रक्तदान करें।

यूं तो यह अभियान पायलट के जन्मदिन पर समाजसेवा के रूप में आयोजित किया जा रहा है, लेकिन कई लोग इसे इस राजनीतिक संदेश के रूप में भी देख रहे हैं कि पायलट को अब भी बड़ी संख्या में पूरे प्रदेश में कार्यकर्ताओं तथा युवाओं का समर्थन प्राप्त है जबकि इस समय वह प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष तथा उप मुख्यमंत्री नहीं हैं।

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अशोक गहलोत के नेतृत्व के खिलाफ पायलट के असंतोष जताने से प्रदेश की राजनीति पर खड़ा हुआ संकट पिछले महीने सुलझ गया।

पायलट के समर्थकों ने सोमवार को राजस्थान के सभी 200 विधानसभा क्षेत्रों में रक्तदान शिविर लगाने की योजना बनाई है। उनका उद्देश्य हजारों यूनिट खून जमा करके रिकॉर्ड बनाना भी है।

पायलट ने अपने जन्मदिन के पूर्व एक बयान में कहा, ‘‘मैंने सभी से अपील की है कि मुझे जन्मदिन पर बधाई देने के लिए सात सितंबर को जयपुर में जमा नहीं हों। जनता की सेहत और सुरक्षा सर्वोपरि है और हम सभी को अधिकारियों द्वारा जारी दिशा-निर्देशों तथा प्रोटोकॉल का पालन करना होगा।’’

उन्होंने कहा कि पिछले कुछ महीने में महामारी के कारण रक्तदाताओं की संख्या घटने की वजह से अस्पतालों और ब्लड बैंक में खून की कमी है, ऐसे में यदि पार्टी कार्यकर्ता इस चुनौतीपूर्ण समय में रक्तदान करें तो मदद मिलेगी।

पायलट ने कहा, ‘‘यह कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में महान सेवा होगी। राजस्थान की जनता का समर्थन और प्यार मेरे सार्वजनिक जीवन में शक्ति का स्रोत रहा है और मैं जनता के आशीर्वाद के लिए कृतज्ञ हूं।’’

राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव महेश शर्मा ने कहा कि सभी 200 विधानसभा क्षेत्रों में रक्तदान शिविर लगाये जाएंगे और करीब 450 स्थान तय कर लिये गये हैं, जहां शिविर लगाये जाएंगे।

भाषा वैभव दिलीप

दिलीप


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