Bihar Politics: एक डील में एक साथ कई निशाने, नीतीश को साथ लाकर बीजेपी बना रही नया सियासी समीकरण
Alliance of Nitish Kumar and BJP: एक डील में एकसाथ कई निशाने, नीतीश को साथ लाकर बीजेपी बना रही नया सियासी समीकरण
Bihar Politics
Alliance of Nitish Kumar and BJP: बिहार। जनता दल-यूनाइटेड (जद-यू) के अध्यक्ष नीतीश कुमार ने रविवार को बिहार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और कहा कि उन्हें ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (INDIA) और ‘महागठबंधन’ में ‘‘स्थिति ठीक नहीं लग रही थी’’ इसलिए उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के साथ नया गठबंधन और नई सरकार बनाने का निर्णय लिया। नीतीश 18 महीने पहले भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (RJD) को छोड़कर महागठबंधन में शामिल हुए थे।
उन्होंने राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर को अपना इस्तीफा सौंपने के बाद यहां पत्रकारों से कहा,‘‘मैंने अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंप दिया है। अभी तक जो सरकार थी वह अब समाप्त हो गई है।’’ उन्होंने कहा कि वह ‘‘महागठबंधन’’ से अलग होकर नया गठबंधन बनाएंगे। यह पूछे जाने पर कि उन्होंने यह फैसला क्यों किया, नीतीश ने कहा, ‘‘अपनी पार्टी के लोगों से मिल रही राय के अनुसार मैंने आज अपने पद से इस्तीफा दे दिया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमने पूर्व के गठबंधन (राजग) को छोड़कर नया गठबंधन बनाया था लेकिन इसमें स्थितियां ठीक नहीं लगी। ’’
सभी 40 सीट जीतने का दावा
बता दें कि नीतीश और बीजेपी की ये दोस्ती 2024 के लोकसभा चुनावों कोध्यान में रखते हुए फिर से पटरी पर लौट आई है। माना जा रहा है कि नए सत्ता समीकरण से राज्य में नया सियासी समीकरण बनने जा रहा है। नीतीश कुमार संग 17 महीने बाद दोबारा गठबंधन की डील कर बीजेपी ने एकसाथ कई निशाने साधे हैं। कल तक जहां बिहार में उसकी स्थिति बहुत मजबूत होने के दावे नहीं किए जा रहे थे, वह अब रातों-रात बदल गए हैं। जानकारी के मुताबिक अब नए गठबंधन की वजह से यह दावा किया जा रहा है कि लोकसभा चुनाव में एनडीए गठबंधन बिहार की सभी 40 सीटों पर जीत दर्ज करेगा। 2019 के लोकसभा चुनावों में इस गठबंधन ने 39 सीटों पर जीत दर्ज की थी। 17 सीटों पर बीजेपी, 16 पर जेडीयू और 6 सीटों पर लोजपा ने जीत दर्ज की थी।
लव-कुश समीकरण मजबूत
नए हालात में पुरानी दोस्ती के पटरी पर लौटने से नीतीश का लव-कुश का पुराना सामाजिक फॉर्मूला अब मजबूत होता नजर आ रहा है। नीतीश के महागठबंधन का हिस्सा बनने के बाद से बीजेपी इस फॉर्मूले को साकार करना चाहती थी। इसीलिए उपेंद्र कुशवाहा से लेकर आरसीपी सिंह तक को बीजेपी ने अपने साथ कर लिया था और सम्राट चौधरी को प्रदेश अध्यक्ष बनाया था। ये अलग बात है कि नीतीश को सीएम पद से हटाने की कसम खाने और पगड़ी बांधने वाले सम्राट अब उन्हीं की सरकार में नंबर दो बनने जा रहे हैं।
Read more: ‘कूड़ा गया फिर से कूड़ेदान में…’, नीतीश कुमार को लेकर बोली लालू की बेटी रोहिणी
अगड़ा-पिछड़ा समीकरण
Alliance of Nitish Kumar and BJP: बीजेपी ने सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा को उप मुख्यमंत्री बनाकर अगड़ा-पिछड़ा समीकरण का साफ संकेत दिया है। बीजेपी कोटे से तीसरे मंत्री प्रेम कुमार होंगे जो ईबीसी समुदाय से आते हैं। कोइरी-कुर्मी के अलावा पिछड़े समुदाय की अन्य गैर यादव जातियां भी एनडीए के साथ आ सकती हैं। इनमें बनिया, सोनार, भाट, घटवार समेत कई जातियां शामिल हैं। अगड़ी जातियों में भूमिहार 2.86 फीसदी, ब्राह्मण 3.65 फीसदी, राजपूत 3.45 फीसदी की आबादी है।
देश दुनिया की बड़ी खबरों के लिए यहां करें क्लिक
Follow the IBC24 News channel on WhatsApp

Facebook



