Parliament Monsoon Session | Photo Credit: ANI
नई दिल्ली: Parliament Monsoon Session लोकसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने तीन अहम विधेयक पेश किए हैं। जिनके तहत गंभीर आपराधिक आरोपों में लगातार 30 दिन तक जेल में रहने पर प्रधानमंत्री, केंद्रीय मंत्री, मुख्यमंत्री या राज्य या केंद्र शासित प्रदेश के मंत्री को पद से हटाने का प्रावधान है। बिल पेश होने के बाद सदन में जोरदार हंगामा हो गया। इस बिल का विरोध करते हुए विपक्षी सांसदों ने जमकर नारेबाजी की और कुछ विपक्षी सांसदों ने बिल की कॉपी भी फाड़ दी और कागज के टुकड़े अमित शाह की तरफ उछाले।
Parliament Monsoon Session लोकसभा में हुए हंगामे पर भाजपा नेता रवि किशन ने कहा कि “मैं कठोर शब्दों में निंदा करता हूं विपक्ष ने गुंडागर्दी की हद पार कर दी। उन्होंने कागज फेंका और अपशब्दों का प्रयोग किया…मैंने ऐसा दृश्य कभी नहीं देखा।”
#WATCH दिल्ली: भाजपा नेता रवि किशन ने लोकसभा में हुए हंगामे पर कहा, “मैं कठोर शब्दों में निंदा करता हूं विपक्ष ने गुंडागर्दी की हद पार कर दी। उन्होंने कागज फेंका और अपशब्दों का प्रयोग किया…मैंने ऐसा दृश्य कभी नहीं देखा।” https://t.co/dkA1rRjQoA pic.twitter.com/VaPHpkITmj
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 20, 2025
आपको बता दें कि लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने के बाद स्पीकर ओम बिरला ने हंगामा कर रहे विपक्षी सांसदों को फटकार लगाई।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की ओर से पेश संविधान (एक सौ तीसवां संशोधन) विधेयक, 2025, केंद्र शासित प्रदेश सरकार (संशोधन) विधेयक, 2025, जम्मू और कश्मीर पुनर्गठन (संशोधन) विधेयक, 2025 को संयुक्त संसदीय समिति को भेजने का प्रस्ताव पेश किया गया। लोकसभा से तीनों विधेयकों को संयुक्त संसदीय समिति को भेजने का प्रस्ताव पास किया गया।