Parliament Monsoon Session: ‘मैंने ऐसा दृश्य कभी नहीं देखा’, संसद में विपक्ष ने बिल की कॉपी फाड़ी तो भड़के बीजेपी नेता रवि किशन, कही ये बात

Parliament Monsoon Session: 'मैंने ऐसा दृश्य कभी नहीं देखा', संसद में विपक्ष ने बिल की कॉपी फाड़ी तो भड़के बीजेपी नेता रवि किशन, कही ये बात

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  • Publish Date - August 20, 2025 / 04:53 PM IST,
    Updated On - August 20, 2025 / 04:53 PM IST

Parliament Monsoon Session | Photo Credit: ANI

HIGHLIGHTS
  • गृह मंत्री अमित शाह ने तीन बड़े विधेयक पेश किए
  • विपक्ष का जोरदार विरोध
  • सांसदों ने नारेबाजी और कागज़ फाड़कर हंगामा किया

नई दिल्ली: Parliament Monsoon Session लोकसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने तीन अहम विधेयक पेश किए हैं। जिनके तहत गंभीर आपराधिक आरोपों में लगातार 30 दिन तक जेल में रहने पर प्रधानमंत्री, केंद्रीय मंत्री, मुख्यमंत्री या राज्य या केंद्र शासित प्रदेश के मंत्री को पद से हटाने का प्रावधान है। बिल पेश होने के बाद सदन में जोरदार हंगामा हो गया। इस बिल का विरोध करते हुए विपक्षी सांसदों ने जमकर नारेबाजी की और कुछ विपक्षी सांसदों ने बिल की कॉपी भी फाड़ दी और कागज के टुकड़े अमित शाह की तरफ उछाले।

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Parliament Monsoon Session लोकसभा में हुए हंगामे पर भाजपा नेता रवि किशन ने कहा कि “मैं कठोर शब्दों में निंदा करता हूं विपक्ष ने गुंडागर्दी की हद पार कर दी। उन्होंने कागज फेंका और अपशब्दों का प्रयोग किया…मैंने ऐसा दृश्य कभी नहीं देखा।”

आपको बता दें कि लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने के बाद स्पीकर ओम बिरला ने हंगामा कर रहे विपक्षी सांसदों को फटकार लगाई।

जेपीसी को भेजे गए तीनों विधेयक

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की ओर से पेश संविधान (एक सौ तीसवां संशोधन) विधेयक, 2025, केंद्र शासित प्रदेश सरकार (संशोधन) विधेयक, 2025, जम्मू और कश्मीर पुनर्गठन (संशोधन) विधेयक, 2025 को संयुक्त संसदीय समिति को भेजने का प्रस्ताव पेश किया गया। लोकसभा से तीनों विधेयकों को संयुक्त संसदीय समिति को भेजने का प्रस्ताव पास किया गया।

अमित शाह ने लोकसभा में कौन से विधेयक पेश किए?

संविधान (130वां संशोधन) विधेयक, 2025, केंद्र शासित प्रदेश सरकार (संशोधन) विधेयक, 2025 और जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन (संशोधन) विधेयक, 2025।

इन विधेयकों में क्या प्रावधान है?

प्रावधान है कि यदि प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री या कोई भी मंत्री 30 दिन तक गंभीर आपराधिक आरोपों में जेल में रहता है, तो उसे पद से हटाना होगा।

विपक्ष ने हंगामा क्यों किया?

विपक्ष का कहना है कि इन विधेयकों से लोकतंत्र और संविधान पर आघात होगा। इसी वजह से उन्होंने नारेबाजी की और बिल की कॉपी फाड़कर विरोध जताया।