आरक्षण अधिकारों की रक्षा के लिए भाजपा को सत्ता से हटाना चाहिए: अभिषेक बनर्जी

आरक्षण अधिकारों की रक्षा के लिए भाजपा को सत्ता से हटाना चाहिए: अभिषेक बनर्जी

आरक्षण अधिकारों की रक्षा के लिए भाजपा को सत्ता से हटाना चाहिए: अभिषेक बनर्जी
Modified Date: May 22, 2024 / 10:19 pm IST
Published Date: May 22, 2024 10:19 pm IST

सालबोनी/नंदीग्राम, 22 मई (भाषा) तृणमूल कांग्रेस नेता अभिषेक बनर्जी ने बुधवार को कहा कि विरोध में मतदान कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को सत्ता से बाहर करने की जरूरत है ताकि लोगों के आरक्षण संबंधी अधिकार सुरक्षित रहें।

अभिषेक ने सालबोनी और नंदीग्राम में चुनावी रैलियों में कहा कि केंद्र में बदलाव आसन्न है और नयी सरकार के गठन में तृणमूल की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।

पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव ने कहा, ‘भाजपा ओबीसी, एसटी और एससी लोगों के आरक्षण अधिकारों को छीनने की कोशिश कर रही है। उन्हें एक भी वोट देना अपना अधिकार सौंपने के समान है।’

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अभिषेक ने कहा कि कलकत्ता उच्च न्यायालय ने 2010 से राज्य में कई वर्गों को दिए गए ओबीसी दर्जे को रद्द कर दिया और ऐसे आरक्षणों को अवैध बताया।

विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी के विधानसभा क्षेत्र नंदीग्राम में एक अन्य रैली में, अभिषेक बनर्जी ने आश्चर्य जताया कि भाजपा नेता ने अपने क्षेत्र के लोगों को क्या दिया है।

शुभेंदु अधिकारी को ‘गद्दार’ बताते हुए उन्होंने दावा किया कि पूर्व तृणमूल मंत्री प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की जांच से बचने के लिए भाजपा में शामिल हो गए।

तृणमूल नेता ने कहा, ‘‘शुभेंन्दु अधिकारी मेदिनीपुर की इस पवित्र मिट्टी के पुत्र नहीं हो सकते। यह (स्वतंत्रता सेनानी) सतीश सामंत और अन्य क्रांतिकारियों की धरती है।”

बनर्जी ने आरोप लगाया कि अधिकारी ने 2021 के विधानसभा चुनाव में वोटों की गिनती के दौरान बिजली कटौती की मदद से धोखाधड़ी से जीत हासिल की।

उन्होंने सवाल किया, “धोखे से जीतकर भी गद्दार ने नंदीग्राम को क्या दिया?”

भाषा अविनाश पवनेश

पवनेश


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