मध्य प्रदेश के सिवनी जिले में नदी और जंगल में मिले गाय और बैल के अस्थि-पंजर

मध्य प्रदेश के सिवनी जिले में नदी और जंगल में मिले गाय और बैल के अस्थि-पंजर

मध्य प्रदेश के सिवनी जिले में नदी और जंगल में मिले गाय और बैल के अस्थि-पंजर
Modified Date: June 20, 2024 / 08:39 pm IST
Published Date: June 20, 2024 8:39 pm IST

सिवनी (मध्य प्रदेश), 20 जून (भाषा) मध्य प्रदेश के सिवनी जिले में एक नदी और जंगल में कई गाय और बैल के अस्थि-पंजर मिले हैं। अधिकारियों को संदेह है कि पुलिस कार्रवाई से बचने के लिए पशु तस्करों ने इन पशुओं को मार डाला।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बुधवार बृहस्पतिवार को वैनगंगा नदी और ककरतला जंगल में कई अस्थि-पंजर मिलने के बाद जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने घटनास्थल का दौरा किया।

पोस्टमार्टम और अन्य कागजी कार्रवाई के बाद मृत पशुओं को गाड़ने की व्यवस्था की जा रही है।

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सिवनी के पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार सिंह ने पीटीआई-भाषा को बताया, ‘पिंडराई गांव के पास वैनगंगा नदी में 18 गाय के गर्दन कटे शव मिले, जबकि धूमा थाना क्षेत्र में ककरतला वन क्षेत्र में 28 गाय और बैल के अस्थि पंजर मिले।’

उन्होंने कहा कि संदेह है कि इन पालतू पशुओं को तस्करों ने मार डाला है। जिले में गौ तस्करी की समस्या को रोकने के लिए पुलिस द्वारा कड़ी कार्रवाई की जा रही है।

एसपी ने कहा, ‘हम सभी कोणों से मामले की जांच कर रहे हैं और जल्द ही इस मामले में शामिल लोगों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।’

उन्होंने कहा कि मामला दर्ज कर लिया गया है।

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इनमें से कई पशुओं के शव नदी से निकाले जा चुके हैं और बाकी बचे पशुओ को निकालने के प्रयास जारी है।

उन्होंने बताया कि इलाके में बारिश के कारण बचावकर्मी तुरंत जलाशय में तैर रहे सभी मृत पशुओं को बाहर नहीं निकाल पाए।

सिवनी के जिलाधिकारी क्षितिज सिंघल ने कहा कि प्रशासन घटना की जांच कर रहा है और इसमें शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

भारतीय जनता पार्टी( भाजपा) की जिला इकाई के अध्यक्ष आलोक दुबे ने इस घटना को ‘क्रूर और अत्यंत निंदनीय’ बताया।

उन्होंने कहा कि उन्होंने इस मामले पर अधिकारियों से चर्चा की है और अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को इस बारे में सूचित कर दिया है।

दुबे ने कहा कि इस घटना से हिंदू समुदाय आहत है और ऐसा प्रतीत होता है कि यह असामाजिक तत्वों द्वारा जिले में सद्भाव को बिगाड़ने का प्रयास है।

भाषा योगेश माधव

माधव


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