सीबीआई ने उप्र सीजीएसटी अधीक्षक को रिश्वतखोरी में किया गिरफ्तार

सीबीआई ने उप्र सीजीएसटी अधीक्षक को रिश्वतखोरी में किया गिरफ्तार

सीबीआई ने उप्र सीजीएसटी अधीक्षक को रिश्वतखोरी में किया गिरफ्तार
Modified Date: June 10, 2025 / 12:40 am IST
Published Date: June 10, 2025 12:40 am IST

नयी दिल्ली, नौ जून (भाषा) केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने उत्तर प्रदेश में केंद्रीय माल एवं सेवा कर (सीजीएसटी) के एक अधीक्षक समेत दो लोगों को एक निजी कंपनी पर जुर्माना माफ करने के लिए कथित तौर पर एक लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।

उन्होंने कहा कि एजेंसी द्वारा गिरफ्तार किया गया दूसरा व्यक्ति एक कर वकील है जो मामले में शिकायतकर्ता का प्रतिनिधित्व कर रहा था।

सीजीएसटी अधीक्षक निशान सिंह मल्ली ने कथित तौर पर एक व्यवसायी को जीएसटी रिटर्न दाखिल न करने के कारण जुर्माना नोटिस जारी किया था। इस व्यवसायी की एक निजी कंपनी है।

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अधिकारियों ने बताया कि गजरौला में तैनात मल्ली ने कर वकील अमित खंडेलवाल के साथ मिलीभगत कर व्यवसायी से उसकी कंपनी पर जुर्माना माफ करने के लिए चार लाख रुपये की मांग की। मल्ली के पास अमरोहा का अतिरिक्त प्रभार है।

सीबीआई के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘कर अधिवक्ता शिकायतकर्ता का प्रतिनिधित्व कर रहा था। लेकिन उसने सीजीएसटी अधीक्षक (अमरोहा) के साथ मिलकर साजिश रची और शिकायतकर्ता पर आरोपी अधीक्षक को चार लाख रुपये देने का दबाव बनाया।’’

प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि व्यवसायी ने रिश्वत देने में अनिच्छा जताते हुए शिकायत दर्ज कराई।

बयान में कहा गया कि केंद्रीय जांच एजेंसी ने जाल बिछाया, जिसके दौरान अधीक्षक और अधिवक्ता को रिश्वत के रूप में चार लाख रुपये की पहली किस्त के तौर पर एक लाख रुपये लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया।

भाषा राजकुमार प्रशांत

प्रशांत


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