नयी दिल्ली, आठ मई (भाषा) केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने दिल्ली के समीप बहादुरगढ़ में फरवरी में अज्ञात बंदूकधारियों द्वारा की गयी इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) की हरियाणा इकाई के अध्यक्ष नफे सिंह राठी एवं एक पार्टी कार्यकर्ता की हत्या की जांच अपने हाथों में ले ली । अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
इस हमले में राठी के तीन निजी सुरक्षाकर्मी भी घायल हो गये थे। हमलावरों ने पूर्व विधायक राठी की गाड़ी पर गोलीबारी की थी।
अधिकारियों ने बताया कि हरियाणा सरकार की सिफारिश पर सीबीआई ने इस संबंध में फिर से यह मामला दर्ज किया है। उन्होंने कहा कि 26 अप्रैल की एक अधिसूचना के मार्फत केंद्र द्वारा यह मामला सीबीआई के पास भेजी गयी थी।
अधिकारियों के मुताबिक सीबीआई ने इस मामले में पूर्व भाजपा विधायक नरेश कौशिक समेत सात आरोपियों को नामजद किया है। अन्य छह आरोपी करमबीर राठी, रमेश राठी, सतीश राठी, गौरव राठी, राहुल एवं कमल हैं।
अधिकारियों ने बताया कि इस मामले में आपराधिक साजिश, हत्या तथा भादंसं की अन्य संबंधित धाराओं के तहत आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है।
अज्ञात हमलावरों ने 25 फरवरी को राठी (67) की गाड़ी पर गोलियां चलायी थीं। इस हमले में राठी और इनेलो के कार्यकर्ता जय किशन की मौत हो गयी थी। राठी 1996 और 2005 में बहादुरगढ़ विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित हुए थे।
राठी पर हमला लोकसभा चुनाव से महज दो महीने पहले हुआ था, ऐसे में विपक्ष ने हरियाणा सरकार की कड़ी आलोचना की थी । विपक्ष ने भाजपा शासित हरियाणा में कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर प्रश्न उठाया था।
इस हमले में बाल बाल बच गये चालक राकेश के बयान के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की गयी थी। प्राथमिकी के मुताबिक सफेद रंग की एक कार राकेश की कार का पीछा कर रही थी, तब राकेश ने अपनी कार की रफ्तार तेज कर दी लेकिन बराही रेलवे क्रॉसिंग बंद होने के कारण उसे कार रोकना पड़ा।
अधिकारियों के मुताबिक राकेश ने अपनी शिकायत में कहा कि सफेद कार से अचानक पांच हमलावर बाहर निकले और उन्होंने चिल्लाया कि वे उन्हें सतीश, करमबीर, रमेश एवं नरेश के साथ दुश्मनी को लेकर अब सबक सिखाते हैं तथा उसके बाद उन्होंने उनपर गोलियां चलायीं। राकेश का बयान सीबीआई की प्राथमिकी का हिस्सा है।
भाषा
राजकुमार माधव
माधव
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)