भुवनेश्वर, 19 अगस्त (भाषा) ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने 8,307.74 करोड़ रुपये की कैपिटल रिंग रोड परियोजना को मंगलवार को मंजूरी दिए जाने के लिए केंद्र सरकार को धन्यवाद दिया और इसे एक ऐतिहासिक बुनियादी ढांचा पहल बताया।
इस परियोजना से शहर के प्रमुख क्षेत्रों में भीड़भाड़ कम होगी और अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलेगा।
माझी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में बताया, ‘‘मैं माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करता हूं, जिन्होंने ओडिशा में 8,307.74 करोड़ रुपये की कुल लागत से ‘6-लेन एक्सेस-कंट्रोल्ड कैपिटल रीजन रिंग रोड’’ (भुवनेश्वर बाईपास – 110.875 किमी) के निर्माण को मंजूरी दी है।’’
एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि रमेश्वर से टांगी के बीच मौजूदा राष्ट्रीय राजमार्ग पर भारी यातायात के कारण बहुत जाम होता है। इन समस्याओं से निपटने के लिए इस मार्ग को छह लेन वाले एक्सेस-कंट्रोल्ड ग्रीनफील्ड राजमार्ग के रूप में बनाने का प्रस्ताव दिया गया है।
मौजूदा राजमार्ग खोरधा, भुवनेश्वर और कटक जैसे घनी आबादी वाले शहरी क्षेत्रों से होकर गुजरता है।
एक अधिकारी ने बताया कि इस परियोजना से ओडिशा और अन्य पूर्वी राज्यों को महत्वपूर्ण लाभ मिलेगा क्योंकि इससे कटक, भुवनेश्वर और खुर्दा से भारी वाणिज्यिक यातायात को हटाया जा सकेगा।
उन्होंने कहा कि इससे माल ढुलाई की दक्षता बढ़ेगी, साजो-सामान की लागत कम होगी और क्षेत्र में सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।
अधिकारी ने बताया कि इस परियोजना का मार्ग तीन प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्गों (एनएच-55, एनएच-57 और एनएच-655) और एक राज्य राजमार्ग (एसएच-65) से जुड़ेगा, जिससे ओडिशा के प्रमुख आर्थिक, सामाजिक और साजो-सामान केंद्रों तक सुगम संपर्क सुनिश्चित हो पाएगा।
बयान में कहा गया कि अनुमान के अनुसार, इस परियोजना से लगभग 74.43 लाख व्यक्ति-दिन का प्रत्यक्ष और 93.04 लाख व्यक्ति-दिन का अप्रत्यक्ष रोजगार उपलब्ध हो पाएगा।
भाषा प्रीति नरेश
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