मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने अमित शाह को ‘साहसी व्यक्तित्व’ बताया; कहा- मैं उनके जैसा बनना चाहती हूं

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने अमित शाह को 'साहसी व्यक्तित्व' बताया; कहा- मैं उनके जैसा बनना चाहती हूं

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने अमित शाह को ‘साहसी व्यक्तित्व’ बताया; कहा- मैं उनके जैसा बनना चाहती हूं
Modified Date: April 10, 2025 / 03:26 pm IST
Published Date: April 10, 2025 3:26 pm IST

नयी दिल्ली, 10 अप्रैल (भाषा) दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को एक संत व्यक्ति मानती हैं, लेकिन वह केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की तरह बनना चाहती हैं।

गुप्ता ने शाह को ‘साहसी व्यक्तित्व’ और अपना दूसरा आदर्श बताया।

मुख्यमंत्री ने बुधवार शाम को ‘पीटीआई’ के साथ एक विशेष साक्षात्कार में कहा कि शाह में कठिन निर्णय लेने और उन्हें अंतत: लागू करा देने की क्षमता है, चाहे रास्ते में कितनी भी बाधाएं क्यों न आएं।

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पहली बार विधायक बनीं गुप्ता ने पांच फरवरी को विधानसभा चुनाव जीतकर 27 साल में पहली बार दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली सरकार बनाई, जिससे आम आदमी पार्टी का 10 साल का शासन खत्म हो गया।

मोदी की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि वह उन्हें संत मानती हैं।

उन्होंने शाह की सराहना करने से पहले कहा, ‘‘कुछ संत भगवान की सेवा में समर्पित हो जाते हैं। वह (मोदी) देश की सेवा को अपनी पूजा मानते हैं। हमारी पार्टी में ऐसे कई अन्य लोग हैं जिन्होंने अपने तरीके से देश की सेवा के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया है। नितिन गडकरी और अमित शाह भी उनमें से एक हैं।’’

उन्होंने बताया कि शाह ने बिना किसी हिचकिचाहट के देश के लिए कई बड़े फैसले लिये हैं।

यह पूछे जाने पर कि क्या वह उनका अनुकरण करना चाहेंगी, गुप्ता ने कहा, ‘‘मैं अमित शाह जी की तरह बनना चाहूंगी। उनमें निर्णय लेने की क्षमता है और वह (शाह) वही करते हैं जो कहते हैं।’’

गुप्ता ने कहा कि उनका मानना ​​है कि भाजपा प्रतिभा और समर्पण से भरी हुई (पार्टी) है।

उन्होंने कहा, ‘‘हमारी पार्टी में परवरिश ऐसी होती है कि पहले उन्हें तैयार किया जाता है और अब वे हमें तैयार कर रहे हैं और हम अगली पीढ़ी के साथ ऐसा ही करेंगे। यह एक-दूसरे का हाथ थामने की कड़ी है।’’

विधानसभा चुनावों में भाजपा ने 70 सदस्यीय सदन में 48 और आप ने 22 सीट जीतीं, जबकि कांग्रेस दूसरी बार एक भी सीट नहीं जीत पाई।

भाषा सुरेश नरेश

नरेश


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