Himanta Biswa Sarma on Muslims Population: “हर हिन्दू तीन बच्चे पैदा करें, एक बच्चे पर नहीं रूकना है”.. भाजपा के इस मुख्यमंत्री का बयान, आप भी सुनें

असम सरकार ने 5 दिसंबर को एसटी, एससी, चाय बागान, मोरन और मटक समुदायों के लिए दो-बच्चे के नियम में ढील दी थी। 2011 की जनगणना के अनुसार, असम की कुल आबादी 3.12 करोड़ थी, जिसमें 1.92 करोड़ हिंदू (61.47 प्रतिशत) और 1.07 करोड़ मुसलमान (34.22 प्रतिशत) थे।

Himanta Biswa Sarma on Muslims Population: “हर हिन्दू तीन बच्चे पैदा करें, एक बच्चे पर नहीं रूकना है”.. भाजपा के इस मुख्यमंत्री का बयान, आप भी सुनें

Himanta Biswa Sarma on Muslims Population | Image- IBC24 News Archive

Modified Date: December 31, 2025 / 06:37 am IST
Published Date: December 31, 2025 6:22 am IST
HIGHLIGHTS
  • हिंदू जन्मदर बढ़ाने की मुख्यमंत्री की अपील
  • मुस्लिम आबादी वृद्धि पर राजनीतिक बयान
  • चुनाव से पहले जनसांख्यिकीय बहस तेज

Himanta Biswa Sarma on Muslims Population: गुवाहटी: असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने मंगलवार को बारपेटा जिले में कहा कि राज्य में हिंदुओं की जनसंख्या वृद्धि मुसलमानों की तुलना में घट रही है, जिसे रोकने की जरूरत है। उन्होंने हिंदुओं से अपील की कि वे एक या दो बच्चों तक सीमित न रहें और यदि संभव हो तो तीन बच्चे पैदा करें। उनका यह बयान अगले साल मार्च–अप्रैल में संभावित विधानसभा चुनावों से पहले आया है।

मुस्लिमों की आबादी से जुड़ा था सवाल

संवाददाताओं से बातचीत में शर्मा ने कहा कि अल्पसंख्यक बहुल क्षेत्रों में जन्म दर अधिक है, जबकि हिंदुओं में यह लगातार कम हो रही है, जिससे जनसंख्या में अंतर बना हुआ है। कुछ निर्वाचन क्षेत्रों में मुस्लिम आबादी में कथित वृद्धि से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि यही कारण है कि हिंदुओं से अधिक बच्चे पैदा करने की अपील की जा रही है।

Himanta Biswa Sarma on Muslims Population: मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि मुसलमानों को सलाह दी जाती है कि वे “7–8 बच्चे” पैदा न करें और परिवार का आकार सीमित रखें। उन्होंने दावा किया कि यदि हिंदू समुदाय में जन्म दर नहीं बढ़ी, तो भविष्य में “घर की देखभाल करने वाला कोई नहीं बचेगा।” हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि हालिया परिसीमन के कारण जनसंख्या पैटर्न की सटीक स्थिति उन्हें तुरंत ज्ञात नहीं है।

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सरकार ने दी थी ढील

गौरतलब है कि असम सरकार ने 5 दिसंबर को एसटी, एससी, चाय बागान, मोरन और मटक समुदायों के लिए दो-बच्चे के नियम में ढील दी थी। 2011 की जनगणना के अनुसार, असम की कुल आबादी 3.12 करोड़ थी, जिसमें 1.92 करोड़ हिंदू (61.47 प्रतिशत) और 1.07 करोड़ मुसलमान (34.22 प्रतिशत) थे।

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