मुख्यमंत्री खट्टर ने हरियाणा में बेरोजगारी की दर पर सीएमआईई के आंकड़े को खारिज किया

मुख्यमंत्री खट्टर ने हरियाणा में बेरोजगारी की दर पर सीएमआईई के आंकड़े को खारिज किया

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  • Publish Date - June 8, 2021 / 01:10 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:05 PM IST

चंडीगढ़, आठ जून (भाषा) हरियाणा में विपक्षी दल कांग्रेस द्वारा सीएमआईई के आंकड़ों का हवाला देते हुए बेरोजगारी दर 29.10 प्रतिशत होने का दावा किए जाने के कुछ दिन बाद मंगलवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने उक्त आंकड़ों को खारिज करते हुए कहा कि राज्य में बेरोजगारी दर पांच-छह प्रतिशत से अधिक नहीं है।

इससे पहले कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने आरोप लगाया था कि भाजपा नीत सरकार ने राज्य के युवाओं का भविष्य अंधकार में धकेल दिया है और बेरोजगारी दर 29.10 प्रतिशत है। सुरजेवाला ने ‘सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकॉनमी’ (सीएमआईई) के मई के आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा था कि हरियाणा में बेरोजगारी दर 29.10 प्रतिशत है।

पंचकूला में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री खट्टर ने कहा कि हरियाणा में बेरोजगारी की दर अधिक बताने वाली रिपोर्ट गलत है। खट्टर ने कहा कि सीएमआईई से विपक्ष के कुछ लोग जुड़े हुए हैं और उन्होंने राज्य को बदनाम करने के लिए ऐसी रिपोर्ट प्रकाशित की है।

उन्होंने कहा, “हमारे पास परिवार पहचान पत्र के आंकड़े हैं जिसमें लोगों ने खुद बताया है कि वे बेरोजगार हैं… और पांच-छह लाख लोगों ने खुद को बेरोजगार बताया है।” उन्होंने कहा कि इन 5-6 लाख लोगों में से भी दो से ढाई प्रतिशत वह हैं जो कुछ समय के लिए बेरोजगार रहते हैं, जैसे कि वे लोग जो स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद कुछ महीने तक बेरोजगार रहते हैं या ऐसे लोग जो नौकरी बदलते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा, “पांच से छह प्रतिशत बेरोजगारी दर हो सकती है और उसमें भी कोविड की स्थिति एक कारण है। लेकिन ऐसे आंकड़े जिनमें 30 प्रतिशत, 35 प्रतिशत, 40 प्रतिशत बेरोजगारी दर दिखाई जा रही है, जिसके अनुसार एक तिहाई से अधिक लोग बेरोजगार हैं, गलत है। हमारे यहां इतनी बड़ी संख्या में लोग बेरोजगार नहीं हैं।”

भाषा यश दिलीप

दिलीप