कांग्रेस ने मंदसौर की घटना को लेकर शिक्षण संस्थानों में आरएसएस-एबीवीपी पर प्रतिबंध की मांग की
कांग्रेस ने मंदसौर की घटना को लेकर शिक्षण संस्थानों में आरएसएस-एबीवीपी पर प्रतिबंध की मांग की
नयी दिल्ली, 17 अक्टूबर (भाषा) कांग्रेस ने मध्य प्रदेश के मंदसौर में छात्राओं का कपड़े बदलते वक्त कथित तौर पर वीडियो बनाए जाने की घटना और कुछ अन्य घटनाओं का हवाला देते हुए शुक्रवार को कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और उसकी छात्र इकाई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) को शिक्षण संस्थानों में प्रतिबंधित किया जाना चाहिए।
अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की अध्यक्ष अलका लांबा और भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) के प्रमुख वरुण चौधरी ने एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) तथा एबीवीपी पर निशाना साधा।
मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले के एक सरकारी महाविद्यालय में सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए तैयार हो रही छात्राओं के कथित तौर पर छिपकर वीडियो बनाने के आरोप में तीन विद्यार्थियों को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार किए गए सभी आरोपी एबीवीपी के सदस्य बताए गए हैं जबकि एक आरोपी के संगठन का नगर मंत्री होने का दावा किया गया है। इन सभी की उम्र 20 से 22 के बीच है।
अलका ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मंदसौर के एक सरकारी कॉलेज से शर्मसार करने वाली घटना सामने आ रही है। बेटी बचाओ का नारा देने वाले ही बेटियों का कपड़े बदलते वक्त वीडियो बना रहे हैं। ये काम भाजपा के पोषित संगठन एबीवीपी ने किया है। यह घटना भाजपा के ‘चाल-चरित्र-चेहरे’ को दिखाती है।
उन्होंने दावा किया कि मध्य प्रदेश की घटना में एबीवीपी की तरफ से पत्र लिखकर आरोपियों का बचाव किया जा रहा है तथा भाजपा के नेताओं द्वारा आरोपियों को क्लीन चिट दी जा रही है।
अलका ने कहा, ‘‘कॉलेज की प्राचार्य ने सीसीटवी फुटेज सौंपे हैं, जिनमें एबीवीपी से जुड़े पदाधिकारी वीडियो फिल्माते दिख रहे हैं।’’
वरुण चौधरी ने मंदसौर की घटना के साथ ही यह दावा भी किया कि दिल्ली विश्वविद्यालय के आंबेडकर कॉलेज में पिछले दिनों एबीवीपी की एक महिला पदाधिकारी ने प्रोफेसर को थप्पड़ जड़ दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘कुछ दिनों पहले ही केरल में आईटी पेशेवर आनंदु अजी ने खुदकुशी कर ली क्योंकि आरएसएस के शिविरों में उनका यौन शोषण किया गया।’’
चौधरी ने कहा, ‘‘मंदसौर, अंबेडकर कॉलेज (दिल्ली विश्वविद्यालय) और केरल के आनंदु अजी के मामलों में निष्पक्ष जांच हो। इन मामलों में जांच के बाद जो जिम्मेदार हों, उनपर कड़ी कार्रवाई हो। देश के सभी विश्वविद्यालयों और उच्चतर विद्यालयों में में आरएसएस-एबीवीपी को प्रतिबंधित किया जाए।’’
उनका कहना था कि यह देश आरएसएस-एबीवीपी की ‘‘घटिया सोच’’ से नहीं, संविधान से चलेगा।
भाषा हक हक पवनेश
पवनेश

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