राज्यसभा चुनाव के लिए कांग्रेस आलाकमान ने संभाला मोर्चा, अचानक विधायकों को किया दिल्ली तलब
Rajya Sabha elections : 10 जून को राज्यसभा चुनाव होने वाले है। भाजपा और कांग्रेस ने अपने प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर दी है। दोनों
Congress appointed BRO and DRO
नई दिल्ली : Rajya Sabha elections : 10 जून को राज्यसभा चुनाव होने वाले है। भाजपा और कांग्रेस ने अपने प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर दी है। दोनों पार्टियों के उम्मीदवारों ने अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। इसी बीच कांग्रेस आलाकमान ने अपने उम्मीदवार को जिताने के लिए मोर्चा संभाल लिया है।>>*IBC24 News Channel के WhatsApp ग्रुप से जुड़ने के लिए Click करें*<<
दरअसल, कांग्रेस आलाकमान ने हरियाणा से राज्यसभा उम्मीदवार अजय माकन की जीत का समीकरण गड़बड़ाने से बचाने के लिए मोर्चा संभाला है। भीतरघात के डर से सभी 31 विधायक गुरुवार को पांच जोड़ी कपड़ों के साथ दिल्ली तलब किया गया है। कितने विधायक दिल्ली पहुंचेंगे, यह बैठक शुरू होने पर ही साफ होगा।
विरोधी खेमे के जाल में न फंसे विधायक
Rajya Sabha elections : दिल्ली से ही विधायकों को राजस्थान, छत्तीसगढ़ और कांग्रेस शासित अन्य राज्यों में भेजने के संकेत मिले हैं। आलाकमान सुनिश्चित करना चाहता है कि एक भी विधायक विरोधी खेमे के जाल में न फंसे, इसलिए दिल्ली में बैठक कर सभी विधायकों को एकजुटता से वोट करने की घुट्टी पिलाई जाएगी।
अजय माकन को चाहिए 30 वोट
Rajya Sabha elections : कांग्रेस के विधानसभा में 31 विधायक हैं, माकन को जीतने के लिए 30 वोट चाहिए। नाराज विधायक कुलदीप बिश्नोई की अनुपस्थिति की स्थिति में 30 विधायक एकजुट रहते हुए वोट करते हैं तो माकन आराम से जीत जाएंगे। लेकिन, आलाकमान के पास रिपोर्ट पहुंची है कि निर्दलीय विधायक कार्तिकेय शर्मा और उनके पूर्व मंत्री पिता विनोद शर्मा कुछ कांग्रेस विधायकों को तोड़ने की फिराक में हैं। पूर्व स्पीकर कुलदीप शर्मा निर्दलीय उम्मीदवार के ससुर हैं, इसलिए पार्टी और सतर्क हो गई है। विनोद शर्मा के कुछ कांग्रेस विधायकों के साथ बेहद घनिष्ठ संबंध हैं, उसके मद्देनजर शीर्ष नेतृत्व कोई चूक नहीं करना चाहता।
10 जून को होगी वोटिंग
Rajya Sabha elections : 10 जून को राज्यसभा की दोनों सीटों के लिए होने वाले मतदान में क्रॉस वोटिंग की संभावना कम है। चूंकि, भाजपा, कांग्रेस के साथ निर्दलीय उम्मीदवार के चुनाव प्रभारी व एजेंट मौके पर मौजूद रहेंगे। विधायकों को वोट डालने से पहले उन्हें दिखानी होगी। ऐसे में प्रभारी को पता चल जाएगा कि किस विधायक ने किसे वोट दिया है। बैलट पेपर न दिखाने पर वोट रद्द हो जाएगा। इसके अलावा विधायक अगर बैलट पेपर पर गलत निशान लगाते हैं, तब भी वोट रद्द होगा।
निष्कासित कर सकती है पार्टी
Rajya Sabha elections : अगर कोई विधायक पार्टी उम्मीदवार को वोट न देकर अन्य को देता है तो संबंधित पार्टी उसे प्राथमिक सदस्यता रद्द करते हुए निष्कासित कर सकती है। साथ ही भविष्य के लिए पार्टी के दरवाजे बंद हो जाएंगे। हालांकि, वह विधायक बना रहेगा। राज्यसभा चुनाव में मतदान के लिए व्हिप जारी नहीं होता, इसलिए पार्टी विधायक की सदस्यता खत्म करने के लिए विधानसभा को नहीं लिख सकती।
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शेर की तरह घूम रहे हमारे विधायक : ओपी धनखड़
Rajya Sabha elections : भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ओपी धनखड़ ने कहा कि हमारे विधायक शेर की तरह घूम रहे हैं, हमें बाहर भेजने की जरूरत नहीं। कांग्रेस एक उंगली दूसरे पर उठाती है तो चार उंगलियां खुद की तरफ होती हैं। कांग्रेस को विधायक बाहर भेजने की जरूरत क्यों पड़ रही है, सहज ही अंदाजा लगा सकते हैं।
नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा कहा ये
Rajya Sabha elections : नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि विधायक कहेंगे, तो उन्हें घुमाएंगे। किसी विधायक पर कोई दबाव नहीं है। दबाव डालने से भी कुछ नहीं होने वाला। कांग्रेस की अंक गणित पूरी है। कुलदीप बिश्नोई पार्टी के उम्मीदवार को ही वोट करेंगे। उनकी मुझसे कोई नाराजगी नहीं है, मेरे साथ हैं। वह राहुल गांधी से मुलाकात पर अड़े हैं, उस मामले को प्रदेश प्रभारी देख रहे हैं।

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