जयपुर, आठ सितंबर (भाषा) राजस्थान विधानसभा में रविवार को कांग्रेस विधायकों ने राज्य में कथित तौर पर बिगड़ती कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर जोरदार हंगामा किया और शून्यकाल के दौरान नारेबाजी की।
कांग्रेस विधायक पोस्टर लेकर विधानसभा परिसर पहुंचे, जिन पर कानून-व्यवस्था के कथित गिरते हालात को लेकर नारे लिखे थे। शून्यकाल शुरू होते ही वे नारेबाजी करते हुए आसन के समीप आकर नारेबाजी करने लगे। हालांकि उनके शोरगुल के बीच कार्यवाही जारी रही।
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने सदन में कानून-व्यवस्था पर चर्चा की मांग की। इस पर विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा कि विषय को कार्य मंत्रणा समिति (बीएसी) की बैठक में लिया जा सकता है, लेकिन कांग्रेस के विधायक लगातार नारेबाजी करते रहे।
सदन में जामडोली स्थित राजकीय बौद्धिक दिव्यांग गृह में हुई मौत का मामला भी गूंजा। प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस विधायक रफीक खान ने आरोप लगाया कि मृतका का अंतिम संस्कार छह दिन तक नहीं किया जा सका।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अविनाश गहलोत ने कहा कि मृतका का दाह संस्कार नियमानुसार किया गया। उन्होंने कहा कि देरी इसलिए हुई क्योंकि सरकार ने पहचान संबंधी अनिवार्य प्रक्रिया पूरी करने के बाद ही अंतिम संस्कार कराया।
इससे पहले, जूली ने कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा से मिलावटखोरों पर कार्रवाई को लेकर सवाल पूछा। मंत्री ने बताया कि दो कंपनियों के गोदाम सील किए गए हैं । उन्होंने इस समस्या से निपटने के लिए विपक्ष का सहयोग मांगा।
सदन में सोमवार को राजस्थान आयुर्विज्ञान संस्थान, जयपुर विधेयक, 2025 तथा राजस्थान मत्स्य क्षेत्र (संशोधन) विधेयक, 2025 ध्वनिमत से पारित किए गए।
भाषा पृथ्वी राजकुमार
राजकुमार