शिमला : Former MLA Sudhir Sharma News : राज्यसभा चुनाव के दौरान हिमाचल प्रदेश में क्रॉस वोटिंग करने वाले कांग्रेस के पूर्व विधायक सुधीर शर्मा के खिलाफ पार्टी ने बड़ा एक्शन लिया है। सुधीर शर्मा के खिलाड़ एक्शन लेते हुए कांग्रेस हाईकमान ने उन्हें ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के सचिव पद से हटा दिया है। मिली जानकारी के अनुसार, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने तत्काल प्रभाव से सुधीर शर्मा को एआईसीसी सचिव पद से हटा दिया है। कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने इसका आदेश जारी किया है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने तत्काल प्रभाव से सुधीर शर्मा को AICC सचिव पद से हटा दिया। pic.twitter.com/OXlaAHVAHp
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 6, 2024
Former MLA Sudhir Sharma News : वहीं, सुधीर शर्मा ने सुक्खु सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि, भगवद गीता में एक श्लोक है जिसका भावार्थ है- ” अन्याय सहना उतना ही अपराध है, जितना अन्याय करना। अन्याय से लड़ना आपका कर्तव्य है।” यही श्लोक आज हमारे संघर्ष का, हमारे फैसले का, हमारे द्वारा उठाए गए कदम का आधार बना है और इस श्लोक ने हमें शक्ति भी दी है।
सुधीर ने आगे लिखा, प्रिय हिमाचल वासियों, मेरे सामाजिक सरोकार, विकास के लिए मेरी प्रतिबद्धता और जन हित के लिए हमेशा आगे खड़े रहना मेरे खून में है और मुझे विरासत में मिला है। यह जज्बा मुझे सनातन संस्कृति और उस शिव भूमि ने दिया है जिसमें मैं पैदा हुआ हूं। मेरे स्वर्गीय पिता पंडित संतराम जी पूरा जीवन सच्चाई के रास्ते पर चलते रहे। स्वाभिमान का झंडा उन्होंने हमेशा बुलंद रखा।
भगवद गीता में एक श्लोक है जिसका भावार्थ है- ” अन्याय सहना उतना ही अपराध है, जितना अन्याय करना। अन्याय से लड़ना आपका कर्तव्य है।”
प्रिय हिमाचल वासियों, मेरे सामाजिक सरोकार, विकास के लिए मेरी प्रतिबद्धता और जन हित के लिए हमेशा आगे खड़े रहना मेरे खून में है और मुझे विरासत…
— sudhir sharma (@sudhirhp) March 6, 2024
Former MLA Sudhir Sharma News : बैजनाथ की जनता दलगत राजनीति से ऊपर उठकर हमेशा इसलिए उनके साथ चट्टान की तरह खड़ी रहती थी, क्योंकि वह संघर्ष से तपकर कुंदन बने थे. पार्टी का शीर्ष नेतृत्व और हाई कमान भी उनकी हर बात पर सहमति की मोहर लगाता था। यह उस दौर का नेतृत्व था जो अपने कर्मठ नेताओं और कार्यकर्ताओं का सम्मान करना जानता था। उनकी बात सुनता था। उनके संघर्ष को और उनकी निष्ठाओं को मान्यता देता था।