अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के संवैधानिक अधिकार को ‘अपशब्द का सियासी हथियार’ नहीं बनाना चाहिए: नकवी

अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के संवैधानिक अधिकार को ‘अपशब्द का सियासी हथियार’ नहीं बनाना चाहिए: नकवी

अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के संवैधानिक अधिकार को ‘अपशब्द का सियासी हथियार’ नहीं बनाना चाहिए:  नकवी
Modified Date: August 5, 2023 / 08:20 pm IST
Published Date: August 5, 2023 8:20 pm IST

नयी दिल्ली, पांच अगस्त (भाषा) पूर्व केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने ‘मोदी उपनाम’ से जुड़े राहुल गांधी के बयान को लेकर विवाद की पृष्ठभूमि में शनिवार को कहा कि ‘अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के संवैधानिक अधिकार’ को ‘अपशब्द का सियासी हथियार’ नहीं बनाया जाना चाहिए।

नकवी ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘कुछ लोग अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के ‘हक’ को अपशब्द का ‘हठ’ बना बैठे हैं।’’

उन्होंने कहा कि कुछ लोग अपने नेता की ‘बकवास’’ को प्रोत्साहित करते हैं, जो पूरी तरह अनुचित है।

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पूर्व केंद्रीय मंत्री का कहना था, ‘‘अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का संवैधानिक अधिकार अपशब्द का सियासी हथियार नहीं बनना चाहिए।’’

उच्चतम न्यायालय ने ‘मोदी उपनाम’ को लेकर की गई कथित विवादित टिप्पणी के संबंध में 2019 में दायर आपराधिक मानहानि मामले में राहुल गांधी की दोषसिद्धि पर रोक लगाते हुए शुक्रवार को उनकी लोकसभा की सदस्यता बहाल करने का रास्ता साफ कर दिया।

भाषा हक हक सुरेश

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