ऋषिकेश, 22 मई (भाषा) उत्तराखंड के कॉर्बेट बाघ अभयारण्य के मुख्यालय राम नगर में कुत्तों में ‘कैनाइन डिस्टेंपर’ रोग के संक्रमण के मद्देनजर अभयारण्य को अलर्ट पर रखा गया है ।
अभयारण्य के निदेशक साकेत बडोला ने बताया कि वन्यजीव यदि उक्त रोग से संक्रमित किसी कुत्ते को खा लेता है तो वह ‘केनाइन डिस्टेंपर’ वायरस से संक्रमित हो सकता है ।
उन्होंने बताया कि ऐसी स्थिति से बचने के लिए कॉर्बेट बाघ अभयारण्य के सीमावर्ती क्षेत्रों खासतौर से रामनगर में विशेष चौकसी बरती जा रही है जहां बड़ी आबादी के साथ ही पालतू और आवारा कुत्ते भी काफी संख्या में हैं ।
बडोला ने बताया कि वैसे भी राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) के दिशानिर्देश हैं कि बाघ और तेंदुए की मृत्यु की दशा में इनके दिमाग के नमूने भी जांच को भेजे जाएं ताकि ‘केनाइन डिस्टेंपर’ वायरस के संक्रमण की स्थिति पता लगती रहे ।
उन्होंने बताया कि अब तक कॉर्बेट अभयारण्य में इस रोग का कोई मामला नहीं मिला है ।
नैनीताल जिले के मुख्य पशु चिकित्सक डी सी जोशी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि रामनगर में कुत्तों में ‘केनाइन डिस्टेंपर’ वायरस के संक्रमण स्थिति अब पूरी तरह से नियंत्रण में है ।
उन्होंने बताया कि पांच दिन पहले रामनगर पशु चिकित्सालय में इस संक्रमण के रोजाना तीन मामले आ रहे थे ।
उन्होंने बताया कि इसके बाद बड़े पैमाने पर कुत्तों का टीकाकरण किया गया जिससे अब स्थिति नियंत्रण में है ।
जोशी ने बताया कि पिछले पांच दिनों से ‘केनाइन डिस्टेंपर’ वायरस संक्रमण का कोई नया मामला नहीं आया है ।
भाषा सं दीप्ति नोमान
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