नयी दिल्ली, 14 अप्रैल (भाषा) दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने एक व्यवसायी से निर्माणाधीन परियोजना में दुकान दिलाने का वादा कर उससे 2.70 करोड़ रुपये ठगने के आरोप में एक दंपति को गिरफ्तार किया है। एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी।
अधिकारी ने एक बयान में बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान विनय जैन (55) और उसकी पत्नी आशा जैन (52) के रूप में की गई है।
बयान में बताया गया कि दंपति ने शिकायतकर्ता वीरेंद्र कथूरिया को प्रस्तावित वाणिज्यिक परिसर में तीन दुकानें बुक करने का लालच दिया।
इसमें बताया गया कि आरोपियों ने झूठा दावा किया कि दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) ने खाली जमीन का कब्जा सौंपा है।
बयान के अनुसार, दंपति की बातों पर भरोसा कर कथूरिया ने एक जनवरी 2016 को 2.70 करोड़ रुपये का भुगतान किया और कब्जा मिलने पर शेष 74.6 लाख रुपये का भुगतान करने के संबंध में समझौता किया।
इसमें बताया गया, ‘‘हालांकि, बाद में पता चला कि आरोपियों ने आठ अप्रैल 2016 को संपत्ति को एक वित्त कंपनी के पास गिरवी रख दिया। ऋण चुकाने में चूक होने के बाद संपत्ति की नीलामी कर दी गई और अंततः उसे ढहा दिया गया, जिसके परिणामस्वरूप शिकायतकर्ता को भारी वित्तीय नुकसान हुआ।’’
पुलिस ने बताया कि बार-बार समन भेजे जाने के बावजूद आरोपियों ने जांच में सहयोग नहीं किया और 25 अप्रैल 2023 को दिल्ली की एक अदालत ने उन्हें घोषित अपराधी करार दिया।
पुलिस के मुताबिक, लगातार प्रयासों के बाद सात अप्रैल को दंपति को गिरफ्तार कर लिया गया।
बयान में कहा गया कि विनय ने आठवीं कक्षा की पढ़ाई बीच में छोड़ दी थी, जबकि आशा स्नातक है। इसमें बताया गया कि विनय और आशा की शादी 1993 में हुई थी और दोनों कथित तौर पर कई कंपनियां चला रहे हैं और वित्तीय धोखाधड़ी से जुड़े कई मामलों में आरोपी हैं।
भाषा सिम्मी पारुल
पारुल
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