माकपा की ‘बंगाल बचाओ’ यात्रा जलपाईगुड़ी में प्रवेश कर गई, हजारों लोग शामिल हुए
माकपा की 'बंगाल बचाओ' यात्रा जलपाईगुड़ी में प्रवेश कर गई, हजारों लोग शामिल हुए
कोलकाता, 30 नवंबर (भाषा) पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले में रविवार को हजारों माकपा कार्यकर्ताओं ने ‘बंगाल बचाओ’ रैली में भाग लिया और लोगों से श्रमिकों, किसानों और गरीबों के अधिकारों की रक्षा के लिए 2026 के विधानसभा चुनावों में तृणमूल कांग्रेस सरकार को सत्ता से हटाने का आग्रह किया।
माकपा के राज्य सचिव मोहम्मद सलीम और केंद्रीय समिति सदस्य मीनाक्षी मुखर्जी के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ताओं ने लाल झंडे लेकर और ममता बनर्जी सरकार के खिलाफ नारे लगाते हुए फलकाटा, धूपगुड़ी और मोयनागुड़ी के रास्तों से मार्च किया।
यह रैली शनिवार को कूचबिहार में शुरू हुई ‘बंगाल बचाओ’ यात्रा का हिस्सा थी।
मुखर्जी ने आरोप लगाया, ‘‘बंद चाय बागानों से लेकर अन्य राज्यों में प्रवासियों की सुरक्षा, अस्थायी श्रमिकों का नियमितीकरण, ठेका प्रणाली को खत्म करना, चाय बागान मजदूरों के लिए उचित मजदूरी तक, हम बंगाल में गरीब लोगों के सामने आने वाले इन सभी ज्वलंत मुद्दों को उजागर कर रहे हैं। यह सरकार रोजगार पैदा करने में विफल रही है और राज्य के लिए केवल विनाश लेकर आई है।’’
उन्होंने दावा किया कि तृणमूल शासन के 14 वर्षों में 3,822 से अधिक स्कूल बंद कर दिए गए, जबकि इस अवधि के दौरान 22,000 शराब की दुकानें खुलीं।
सलीम और अन्य नेताओं ने मोयनागुड़ी क्षेत्र में बाढ़ प्रभावित लोगों से भी मुलाकात की और उनसे बातचीत की।
माकपा की 1000 किलोमीटर लंबी ‘बंगाल बचाओ’ यात्रा से पार्टी को उम्मीद है कि यह उसके कार्यकर्ताओं में नयी ऊर्जा भरेगी और मतदाताओं से फिर से जुड़ेगी।
भाषा तान्या सुरेश
सुरेश

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