Delhi Bomb Blast News Today Hindi/ image source: IBC24
Delhi Bomb Blast News Today Hindi: पुलवामा: फरीदाबाद में कश्मीर मूल के डॉक्टर मुज्जमिल शकील को गिरफ्तार किया गया है। उनके पास से लगभग 360 किलोग्राम विस्फोटक पदार्थ और बड़ी संख्या में हथियार बरामद हुए हैं। गिरफ्तारी फरीदाबाद पुलिस और जम्मू-कश्मीर पुलिस के संयुक्त ऑपरेशन के तहत की गई। पुलिस के अनुसार, मुज्जमिल शकील अल फलाह यूनिवर्सिटी में शिक्षक के रूप में कार्यरत थे।
#WATCH | पुलवामा, जम्मू-कश्मीर: वीडियो डॉक्टर मुज़म्मिल के घर के बाहर से है, जिसे कल फरीदाबाद में गिरफ्तार किया गया था।
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने फरीदाबाद में एक जाँच के दौरान 360 किलोग्राम संभावित अमोनियम नाइट्रेट, एक असॉल्ट राइफल और अन्य गोला-बारूद बरामद किया। जाँच के दौरान डॉक्टर… pic.twitter.com/5tTslGDPnt
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 11, 2025
Delhi Bomb Blast News Today Hindi: गिरफ्तारी के बाद उनके परिवार में हड़कंप मच गया। डॉक्टर मुज्जमिल की माँ नसीमा ने कहा, “वह लगभग चार साल पहले घर से चला गया था। हमें उसके बारे में कोई जानकारी नहीं थी। जब उसे गिरफ़्तार किया गया, तो हमें दूसरों से पता चला। हमने उससे मिलने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने हमें मिलने नहीं दिया। यहाँ तक कि मेरे दूसरे बेटे को भी गिरफ़्तार कर लिया गया है। वे कह रहे हैं कि मेरा बेटा दिल्ली बम धमाकों में संदिग्ध है। मुझे इस बारे में कुछ नहीं पता। मैं बस यही चाहती हूँ कि मेरे दोनों बेटों को रिहा कर दिया जाए।”
फरीदाबाद पुलिस आयुक्त सतेंद्र कुमार गुप्ता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि गिरफ्तार आरोपी डॉ. मुज्जमिल धौज स्थित अल फलाह स्कूल में पढ़ाते थे। तलाशी के दौरान उनके कमरे से लगभग 360 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट जैसे विस्फोटक, एक कैरम कॉक राइफल, दो ऑटोमैटिक पिस्तौल, 84 कारतूस, पांच लीटर रसायन, 20 टाइमर बैटरियां और 14 बैग बरामद हुए।
जांच के दौरान सामने आया कि डॉ. मुज्जमिल और डॉ. आदिल अहमद राथर, जो इसी आतंकी नेटवर्क से जुड़े हैं, उत्तरी भारत में बड़े पैमाने पर हमलों की योजना बना रहे थे। अधिकारियों का कहना है कि ये दोनों संदिग्ध सीमा पार संबंध रखने वाले एक बड़े मॉड्यूल का हिस्सा थे। हालांकि, बरामद ज्वलनशील पदार्थ अमोनियम नाइट्रेट है और आरडीएक्स नहीं।
दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले के पास सोमवार को हुए धमाके ने पूरे देश को हिला कर रख दिया। इस विस्फोट में 9 लोगों की मौत हुई और 20 से अधिक लोग घायल हुए। घटना के बाद राजधानी में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है और कई राज्यों में आतंकवाद-रोधी अभियान तेज़ कर दिए गए हैं। प्रारंभिक जांच में संकेत मिले हैं कि विस्फोट में अमोनियम नाइट्रेट का इस्तेमाल किया गया।
जांच एजेंसियों के अनुसार, जिस कार में विस्फोट हुआ वह दक्षिण कश्मीर के पुलवामा निवासी डॉ. उमर मोहम्मद के नाम पर दर्ज थी। उमर का नाम उस आतंकी मॉड्यूल से जुड़ा बताया जा रहा है, जिसे सोमवार को ही फरीदाबाद में जम्मू-कश्मीर और हरियाणा पुलिस ने संयुक्त रूप से ध्वस्त किया था। इस मॉड्यूल में दो अन्य कश्मीरी डॉक्टर डॉ. मुज़म्मिल शकील और डॉ. आदिल अहमद राथर भी शामिल थे।
सूत्रों के अनुसार, फरीदाबाद में कार्रवाई के बाद यह नेटवर्क घबरा गया और उसने हमले की योजना को तेज़ी से अंजाम दिया, जिसका परिणाम लाल किले के पास हुए धमाके के रूप में सामने आया। शुरुआती जांच में यह भी पता चला कि विस्फोटक कार लाल किले से सेंट्रल दिल्ली की ओर जाते हुए देखी गई थी, जिससे यह आशंका जताई जा रही है कि हमले का लक्ष्य किसी भी भीड़भाड़ वाले इलाके को निशाना बनाना था।
धमाके से कुछ घंटे पहले फरीदाबाद में दो किराए के मकानों से लगभग 2,900 किलोग्राम संदिग्ध अमोनियम नाइट्रेट और अन्य विस्फोटक सामग्री बरामद की गई थी। ये दोनों मकान डॉ. मुज़म्मिल शकील ने किराए पर लिए थे। अधिकारियों के अनुसार, यह नेटवर्क कट्टरपंथी पेशेवरों का संगठित समूह है और उत्तरी भारत में बड़े पैमाने पर हमलों की योजना बना रहा था।