दिल्ली सरकार ने अस्पतालों में एंफोटेरिसिन-बी इंजेक्शन के समय पर वितरण के लिए बनायी एक विशेषज्ञ समिति

दिल्ली सरकार ने अस्पतालों में एंफोटेरिसिन-बी इंजेक्शन के समय पर वितरण के लिए बनायी एक विशेषज्ञ समिति

दिल्ली सरकार ने अस्पतालों में एंफोटेरिसिन-बी इंजेक्शन के समय पर वितरण के लिए बनायी एक विशेषज्ञ समिति
Modified Date: November 29, 2022 / 08:14 pm IST
Published Date: May 19, 2021 10:30 am IST

नयी दिल्ली, 19 मई (भाषा) दिल्ली सरकार ने एंफोटेरिसिन -बी इंजेक्शन के अंधाधुंध इस्तेमाल को रोकने तथा जरूरतमंद एवं अस्पताल में भर्ती कोविड-19 मरीजों के बीच इस दवा के वितरण की पारदर्शी एवं कुशल व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए चार सदस्यीय तकनीकी विशेषज्ञ समिति गठित की है।

इस दवा का इस्तेमाल ब्लैक फंगस या म्यूकरमाइकोसिस के उपचार में किया जाता है और फिलहाल इसकी कमी हो गयी है।

दिल्ली के अस्पतालों ने कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान कोरोना संक्रमण से उबर रहे मरीजों में ब्लैक फंगस के मामले बढ़ने की बात कही है और इसकी वजह डाक्टर से बिना परामर्श लिए, घरों में स्टेरॉयड का ‘अतार्कित’ इस्तेमाल हो सकता है।

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इस समिति के प्रमुख श्वांसरोग विज्ञानी डॉ. एम के डागा होंगे जबकि मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज की डॉ. मनीषा अग्रवाल, डॉ. एस अनुराधा और डॉ. रवि मेहर अन्य सदस्य होंगे।

स्वास्थ्य विभाग के आदेश के अनुसार, मरीजों के उपचार के वास्ते एंफोटेरिसिन -बी की जरूरत महसूस कर रहे सभी अस्पतालों को इस समिति को आवेदन देना होगा जो दिन में दो बार बैठक करके इन आवेदनों पर शीघ्र फैसला करेगी क्योंकि ‘‘ऐसे मामलों में समय एक अहम तत्व है।’’

आदेश में कहा गया है, ‘‘ इस समिति के लिए मार्गदर्शक सिद्धांत साक्ष्य आधारित, चिकित्सीय दृष्टि से स्वीकृत मापदंड तथा समानता, यथोचित वितरण एवं पारदर्शिता होंगे।’’

विभाग ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाएं महानिदेशालय, समिति के साथ तालमेल कायम करके निर्णय लेने में मदद करेगा और मंजूरी से लेकर संबंधित अस्पताल तक इस दवा की आपूर्ति पर नजर रखेगा।

भाषा

राजकुमार मनीषा

मनीषा


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