नयी दिल्ली, 14 अगस्त (भाषा) दिल्ली पुलिस ने जीटीबी अस्पताल में एक मरीज की हत्या के मामले में एक साल से अधिक समय से वांछित हाशिम बाबा गिरोह के सदस्य को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
जीटीबी अस्पताल में किसी अन्य व्यक्ति के फेर में उक्त मरीज की हत्या कर दी गई थी।
पुलिस ने बताया कि अयान उर्फ (23) बाबा उर्फ अरबाज को गाजियाबाद में नए बस अड्डे पेट्रोल पंप के पास से बुधवार को गिरफ्तार किया गया। पुलिस इसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार तलाशी अभियान चला रही थी।
पुलिस ने बताया कि अयान की भूमिका पिछले साल नौ से 13 जुलाई के बीच अस्पताल की रेकी करने, व्यक्ति की गतिविधियों पर नजर रखने और हमले के दिन शूटरों के साथ समन्वय स्थापित करने की थी।
इन सब के दौरान उसने कथित तौर पर पकड़े जाने से बचने के लिए अपना फोन बंद कर दिया था।
पुलिस उपायुक्त (अपराध शाखा) आदित्य गौतम ने बताया, ‘‘शाहदरा के जीटीबी अस्पताल की चौथी मंजिल पर वार्ड नंबर 24 में दिनदहाड़े रियाजुद्दीन (35) की गोली मारकर हत्या करने के बाद 14 जुलाई 2024 से अयान फरार था।’’
पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) ने बताया कि हमलावर कथित तौर पर हाशिम बाबा गिरोह के सदस्य थे और उन्होंने अपने सदस्यों पर पहले हुए हमले का बदला लेने के मकसद से प्रतिद्वंद्वी छैनू गिरोह के वसीम नाम के व्यक्ति की हत्या की साजिश रची थी।।
उन्होंने बताया कि पहले किए गए एक हमले में जिंदा बच गए वसीम का उसी अस्पताल में इलाज किया जा रहा था।
डीसीपी ने बताया कि हालांकि, गलत पहचान के कारण शूटर ने रियाज़ुद्दीन को निशाना बनाया, जिसका किसी भी गिरोह से कोई संबंध नहीं था। घटना के तुरंत बाद साजिश में शामिल 10 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया, लेकिन अयान भागने में कामयाब रहा।
पुलिस को गाजियाबाद के कैला भट्टा क्षेत्र में अयान की संभावित मौजूदगी के बारे में सूचना मिली थी और गोपनीय तरीके से इसकी पुष्टि की गई।
पूछताछ के दौरान अयान ने बताया कि फहीम उर्फ बादशाह ने उसे हाशिम बाबा गिरोह से जोड़ा था और पैसे के बदले में वह इस साजिश में शामिल हुआ था।
भाषा यासिर पवनेश
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