दिल्ली यातायात पुलिस ने यातायात जाम वाले 62 स्थानों की पहचान की |

दिल्ली यातायात पुलिस ने यातायात जाम वाले 62 स्थानों की पहचान की

दिल्ली यातायात पुलिस ने यातायात जाम वाले 62 स्थानों की पहचान की

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Modified Date: April 14, 2025 / 08:52 PM IST
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Published Date: April 14, 2025 8:52 pm IST

नयी दिल्ली, 14 अप्रैल (भाषा) दिल्ली में 62 स्थान ऐसे हैं जहां यातायात जाम की समस्या रहती है। यह जानकारी दिल्ली यातायात पुलिस के एक सर्वेक्षण से मिली।

इन स्थानों में से कई इलाके रेलवे स्टेशन, आईएसबीटी और मेट्रो स्टेशन के नजदीक हैं और वहां वाहनों एवं पैदल यात्रियों का लगातार दबाव रहता है। इनमें नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन के पास भवभूति मार्ग और चेम्सफोर्ड रोड, आईएसबीटी कश्मीरी गेट और आनंद विहार रेलवे और बस टर्मिनल जोन शामिल हैं।

यातायात पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘इन इलाकों में न केवल निजी और सार्वजनिक वाहन बल्कि ऑटो-रिक्शा, टैक्सी और ई-रिक्शा भी पूरे दिन जगह के लिए धक्कम-धक्का करते नजर आते हैं।’’

पिछले कुछ हफ्तों में किया गया यह सर्वेक्षण एक आंतरिक अध्ययन का हिस्सा है और इसमें क्षेत्रीय कर्मी और सीसीटीवी विश्लेषण से प्राप्त जानकारी शामिल है।

वर्तमान में, यातायात पुलिस भीड़भाड़ कम करने के उपाय शुरू करने के लिए विभिन्न नागरिक और बुनियादी ढांचा एजेंसियों को पत्र लिखने से पहले सूची को परिष्कृत कर रही है।

अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि आकलन को अंतिम रूप देने के बाद वे इसे लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी), दिल्ली नगर निगम (एमसीडी), दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) और अन्य एजेंसियों के साथ स्थान-विशिष्ट सुझावों के साथ साझा कर सकते हैं।

मध्य और दक्षिणी दिल्ली की कई मुख्य सड़कों पर कार्यालय समय के दौरान वाहनों की संख्या में भारी वृद्धि देखी जाती है। शादीपुर चौक, चिराग दिल्ली, खानपुर, मूलचंद के पास लाला लाजपत राय मार्ग और नीला गुंबद उन जगहों में शामिल हैं जहां वाहनों की संख्या में भारी वृद्धि देखी जाती है।

पूर्वी दिल्ली में निजामुद्दीन ब्रिज से सराय काले खां तक ​​का मार्ग तथा निकटवर्ती रिंग रोड का हिस्सा सुबह और शाम के समय हमेशा जाम रहता है।

दिल्ली को आस-पास के राज्यों से जोड़ने वाले प्रवेश और निकास बिंदुओं पर भी भारी भीड़ देखी जा रही है। इनमें कालिंदी कुंज और डीएनडी पहुंच मार्ग (नोएडा की ओर) और कापसहेड़ा बॉर्डर (गुरुग्राम की ओर) शामिल हैं।

उम्मीद है कि यातायात पुलिस आने वाले सप्ताहों में अन्य विभागों से संपर्क करते समय पिछले अध्ययनों की समीक्षा करेगी और व्यावहारिक समाधान सुझाएगी।

भाषा

अमित संतोष

संतोष

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)