हिरासत में लिए गए सीटी रवि को सुरक्षा कारणों से विभिन्न स्थानों पर ले जाया गया: कर्नाटक पुलिस

हिरासत में लिए गए सीटी रवि को सुरक्षा कारणों से विभिन्न स्थानों पर ले जाया गया: कर्नाटक पुलिस

हिरासत में लिए गए सीटी रवि को सुरक्षा कारणों से विभिन्न स्थानों पर ले जाया गया: कर्नाटक पुलिस
Modified Date: December 24, 2024 / 11:33 am IST
Published Date: December 24, 2024 11:33 am IST

बेलगावी (कर्नाटक), 24 दिसंबर (भाषा) कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधान पार्षद सी.टी. रवि के साथ हिरासत में दुर्व्यवहार करने के आरोपों पर सफाई देते हुए पुलिस ने मंगलवार को कहा कि भाजपा नेता को सुरक्षा कारणों से और कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए विभिन्न स्थानों पर ले जाया गया था।

विधान परिषद में मंत्री लक्ष्मी हेब्बालकर के खिलाफ अपमानजनक शब्द का इस्तेमाल करने के आरोप में रवि को बेलगावी में सुवर्ण विधान सौध परिसर से पुलिस ने 19 दिसंबर को गिरफ्तार किया था।

पुलिस के बयान के अनुसार, भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 75 (यौन उत्पीड़न) और 79 (किसी महिला का शील भंग करने के इरादे से अपशब्द बोलना, इशारे करना या कृत्य) के तहत यहां हीरेबागेवाड़ी पुलिस थाने में मामला दर्ज किए जाने के बाद रवि को हिरासत में लिया गया और जांच अधिकारियों को सौंप दिया गया।

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हालांकि, सुरक्षा कारणों से और हीरेबागेवाड़ी पुलिस थाने के पास भारी भीड़ जुटने के चलते रवि को खानपुर पुलिस थाने ले जाया गया।

पुलिस ने कहा, ‘‘खानपुर में भी बड़ी संख्या में मीडियाकर्मी, समर्थक और पार्टी कार्यकर्ता इकट्ठा हो गए और अराजकतापूर्ण माहौल हो गया। और भी समर्थकों तथा कांग्रेस कार्यकर्ताओं के पहुंचने की आशंका थी, तथा इन सभी कारणों से कानून व्यवस्था बिगड़ने का खतरा था।’’

उसने कहा कि रवि की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उन्हें रामदुर्गा ले जाया गया।

पुलिस ने कहा, ‘‘सभी सावधानियों के बावजूद, मीडिया और अन्य लोगों ने काफिले का पीछा किया। रवि की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, उन सभी से बचने के लिए कदम उठाए गए। इस पूरी प्रक्रिया के दौरान, रवि को खाना और चिकित्सा सेवाओं सहित सभी सुविधाएं दी गईं और उन्हें अदालत में पेश किया गया।’’

पुलिस की ओर से यह स्पष्टीकरण तब आया जब रवि ने उन पर मानवाधिकारों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस उन्हें पूरी रात जिले के विभिन्न स्थानों पर घुमाती रही।

उन्होंने यहां तक दावा किया था कि पुलिस ऐसे काम कर रही है, मानो उसे ‘‘ऊपर’’ से निर्देश मिल रहे हों। उन्होंने राज्य सरकार और प्रशासन पर निशाना साधते हुए इसे ‘‘तानाशाहीपूर्ण’’ रवैया बताया।

भाषा

खारी मनीषा

मनीषा


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