द्रमुक ने ‘इंडिया’ गठबंधन के सत्ता में आने पर सीएए निरस्त करने का वादा किया |

द्रमुक ने ‘इंडिया’ गठबंधन के सत्ता में आने पर सीएए निरस्त करने का वादा किया

द्रमुक ने ‘इंडिया’ गठबंधन के सत्ता में आने पर सीएए निरस्त करने का वादा किया

:   Modified Date:  March 20, 2024 / 06:41 PM IST, Published Date : March 20, 2024/6:41 pm IST

चेन्नई, 20 मार्च (भाषा) तमिलनाडु में सत्तारूढ़ और विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ में शामिल द्रमुक ने बुधवार को जारी अपने घोषणापत्र में गठबंधन में लोकसभा चुनाव जीतने पर नागरिकता संशोधन अधिनियम, 2019 को रद्द करने का वादा किया।

द्रमुक ने जो वादे किए हैं, उनमें जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल करना और वहां चुनाव कराना, नयी शिक्षा नीति 2020 को खत्म करना, ईंधन की कीमतों में कटौती करना, राज्यपालों को कानूनी कार्रवाई से संरक्षण प्रदान करने वाले संविधान के अनुच्छेद 361 को निरस्त करना और मुख्यमंत्रियों से परामर्श के बाद राज्यपालों की नियुक्ति किया जाना शामिल है।

पार्टी ने कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के संबंध में एम. एस. स्वामीनाथन समिति की सिफारिशें लागू की जाएंगी।

द्रमुक ने कहा कि ‘इंडिया’ गठबंधन की सरकार बनने पर अग्निपथ योजना वापस लेकर भारतीय सशस्त्र बलों में ‘स्थायी भर्ती सेवा’ फिर से शुरू की जाएगी।

घोषणापत्र में कहा गया है, “इंडिया गठबंधन की सरकार जाति-वार जनगणना और गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले लोगों से संबंधित जनगणना समेत हर पांच वर्ष में जनसंख्या जनगणना कराएगी।”

द्रमुक अनुच्छेद 356 को हटाने पर जोर देगी, जो विधिवत निर्वाचित राज्य सरकारों को बर्खास्त करने और राष्ट्रपति शासन लगाने की अनुमति देता है।

पार्टी के घोषणा पत्र में महिलाओं से भी कई वादे किए गए हैं।

द्रमुक ने केंद्र में विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ की सरकार बनने पर सभी राज्यों में महिलाओं को 1,000 रुपये की मासिक सहायता और संसद व विधानसभाओं में उनके लिए 33 प्रतिशत आरक्षण के तत्काल कार्यान्वयन का वादा किया है।

पार्टी ने सामाजिक न्याय के आधार पर शिक्षा व रोजगार में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण प्रदान करने का भी वादा किया।

द्रमुक ने पूरे भारत में महिला स्वयं सहायता समूहों को 10 लाख रुपये तक ब्याज मुक्त ऋण और स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को एक लाख रुपये तक ब्याज मुक्त वाहन ऋण देने का वादा किया गया।

महिलाओं के कल्याण के लिए अपने आश्वासनों को विस्तार से बताते हुए ‘इंडिया’ गठबंधन के घटक दल द्रमुक ने कहा, “द्रमुक इस बात पर जोर देगी कि केंद्र सरकार लैंगिक समानता की दिशा में काम करते हुए महिलाओं को मासिक धर्म की छुट्टी प्रदान करने के संबंध में एक कानून बनाए।”

इस बीच, तमिलनाडु में विपक्षी दल अन्नाद्रमुक ने लोकसभा चुनाव के लिए बुधवार को 16 उम्मीदवारों के नाम घोषित किए।

पार्टी ने उत्तर चेन्नई, दक्षिण चेन्नई, अराकोणम, कांचीपुरम और विल्लपुरम व अन्य सीटों पर उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की।

पूर्व सांसद जे. जयवर्धन और पूर्व विधायक डॉक्टर बी. सरवनन को उम्मीदवार बनाया गया है। इसके अलावा पार्टी के कई वरिष्ठ पदाधिकारियों को भी टिकट दिया गया है।

बाद में, अन्नाद्रमुक मुख्यालय में पत्रकारों को संबोधित करते हुए पार्टी महासचिव ई.के. पलानीस्वामी ने कानून -व्यवस्था समेत कई मुद्दों को लेकर राज्य में सत्तारूढ़ द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम (द्रमुक) की आलोचना की, और विश्वास जताया कि जनता चुनाव में पार्टी का समर्थन करेगी।

उन्होंने कहा, ‘अन्नाद्रमुक लगभग 2 करोड़ सदस्यों वाली एक मजबूत पार्टी है, 30 साल तक शासन में रही और हमने 2014 में बड़ी जीत सुनिश्चित की…लोग (हमारे पक्ष में) मतदान करेंगे क्योंकि जनता के बीच हमारा समर्थन बढ़ गया है। अन्नाद्रमुक चुनाव जीतेगी।”

तमिलनाडु की सभी 39 लोकसभा सीट पर 19 अप्रैल को मतदान होगा।

भाषा जोहेब माधव

माधव

 

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