बेंगलुरु, 29 मई (भाषा) कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी. के. शिवकुमार ने बृहस्पतिवार को कहा कि उन्होंने मुख्य सचिव शालिनी रजनीश को पत्र लिखकर कहा है कि जल संसाधन विभाग से किसी भी अभियंता का तबादला उन्हें सूचित किए बिना न किया जाए।
जल संसाधन विभाग का जिम्मा भी उप मुख्यमंत्री के पास है।
यहां संवाददाताओं से बात करते हुए शिवकुमार ने कहा, “जल संसाधन विभाग में हमारे पास बहुत से अभियंता नहीं हैं। हमें अभियंताओं की तत्काल आवश्यकता है। इसलिए मैंने मुख्य सचिव को पत्र लिखकर कहा है कि हमारे विभाग से किसी भी अभियंता को रिलीव या अन्यत्र न भेजा जाए।”
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि अभियंता जल संसाधन विभाग में नौकरी करते हैं, पदोन्नत होते हैं और फिर लोक निर्माण और जिला पंचायत सहित अन्य विभागों में स्थानांतरित हो जाते हैं।
जब उनसे पूछा गया कि आपकी अनुमति के बिना किसने तबादला किया, तो उन्होंने कहा, “शीर्ष स्तर पर ऐसे तबादले करने की गुंजाइश होती है। मैं यह नहीं कहूंगा कि ऐसी गुंजाइश नहीं है। इसलिए मैं कह रहा हूं कि कई विधायक अभियंताओं को दूसरे विभागों में भेजने के लिए दबाव डालते हैं।”
शिवकुमार इस बात से दुखी हैं कि सिंचाई विभाग में इंजीनियर काम करने के लिए आगे नहीं आ रहे हैं।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, “मैंने मुख्य सचिव से कहा है कि मेरे संज्ञान में लाए बिना किसी का तबादला न किया जाए।”
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बी.वाई. विजयेंद्र ने कहा, “ये महज संकेत हैं। निश्चित रूप से राज्य की राजनीति में बड़े बदलाव होने वाले हैं। ये घटनाए आगामी चरमोत्कर्ष की ओर इशारा करती हैं।”
उन्होंने बृहस्पतिवार सुबह वरिष्ठ कांग्रेस नेता और विधान परिषद सदस्य बी.के. हरिप्रसाद के आवास पर मुख्यमंत्री सिद्धरमैया के जाने को भी राज्य में “बदलते समीकरणों” से जोड़ा।
भाषा प्रशांत पवनेश
पवनेश
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)