पाकिस्तान को गोपनीय सूचना भेजने वाले DRDO वैज्ञानिक का RSS से भी है कनेक्शन? कांग्रेस ने वीडियो शेयर कर सरकार को घेरा

पाकिस्तान को गोपनीय सूचना भेजने वाले DRDO वैज्ञानिक का RSS से भी है कनेक्शन? DRDO scientist who sent confidential information to Pakistan also has connection with RSS

पाकिस्तान को गोपनीय सूचना भेजने वाले DRDO वैज्ञानिक का RSS से भी है कनेक्शन? कांग्रेस ने वीडियो शेयर कर सरकार को घेरा
Modified Date: May 10, 2023 / 04:48 pm IST
Published Date: May 10, 2023 4:20 pm IST

नई दिल्लीः महाराष्ट्र के पुणे में पांच दिन पहले एटीएस की गिरफ्त में आए साइंटिस्ट प्रदीप कुरुलकर को बड़ा खुलासा हुआ है। प्रदीप रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) पुणे में वैज्ञानिक के पद पर तैनात था और पाकिस्तानी एजेंट को सूचनाएं देता था। जांच में यह भी सामने आया है कि प्रदीप यहां राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) और संस्कार भारती संगठन से भी जुड़ा था। आरोप है कि उसने हनी ट्रैप में फंसकर पाकिस्तान को खुफिया जानकारियां मुहैया कराईं। वहीं अब इस मामले में सियासत भी गर्म हो गई है।

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कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने बुधवार को कहा कि DRDO में वैज्ञानिक प्रदीप कुरुलकर को महाराष्ट्र ATS ने पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के मामले में पकड़ा है। प्रदीप अक्टूबर 2022 से व्हाट्सएप पर पाकिस्तानी महिला से जुड़ा था। प्रदीप की 4 पीढ़ियां संघ से जुड़ी रही हैं, ये खुद संस्कार भारती में संगठन मंत्री था और 14 साल तक पुणे में संघ की शाखा में सेक्सोफोन बजाता था।

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उन्होंने कहा कि DRDO ऐसा विभाग है, जो सीधे PM के नीचे आता है। संघ से जुड़ा शख्स देश की संवेदनशील सूचनाएं दुश्मन देश को दे रहा है, लेकिन खबर गायब है। अगर ये शख्स किसी अन्य पार्टी से जुड़ा होता तो क्या होता? वहीं, जब प्रदीप कुरुलकर पकड़ा गया तो संघ ने कहा- इससे हमारा कोई नाता नहीं है। यही संघ की असलियत है। खेड़ा ने कहा कि कहीं प्रधानमंत्री जी ये न कह दें कि मैंने डेटा इतना सस्ता कर दिया कि पाकिस्तान तक डेटा जा रहा है। मोदी जी, हर बात का श्रेय लेते हैं तो इस बात का क्रेडिट कौन लेगा? मेरे देश की संवेदनशील सूचनाएं एक संघी दुश्मन देश को दे रहा है और कोई बात तक नहीं हो रही।


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सवाल आपका है.. पत्रकारिता के माध्यम से जनसरोकारों और आप से जुड़े मुद्दों को सीधे सरकार के संज्ञान में लाना मेरा ध्येय है। विभिन्न मीडिया संस्थानों में 10 साल का अनुभव मुझे इस काम के लिए और प्रेरित करता है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक मीडिया और भाषा विज्ञान में ली हुई स्नातकोत्तर की दोनों डिग्रियां अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए गति देती है।