पूरे जम्मू-कश्मीर में मनाया गया ईद-उल-फितर
पूरे जम्मू-कश्मीर में मनाया गया ईद-उल-फितर
श्रीनगर/जम्मू, 10 अप्रैल (भाषा) पूरे जम्मू-कश्मीर में बुधवार को ईद-उल-फितर पारंपरिक उत्साह और उल्लास के साथ मनाया गया।
कश्मीर में डल झील के किनारे हजरतबल दरगाह पर बड़ी संख्या में ज़ायरीन एकत्र हुए।
तत्कालीन जम्मू-कश्मीर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती उन लोगों में शामिल थे, जिन्होंने मस्जिद में नमाज़ अदा की।
हजरतबल में नमाज़ अदा करने के बाद अब्दुल्ला ने कहा, ‘फलस्तीनियों का नरसंहार किया जा रहा है, लेकिन मुस्लिम सरकारें चुप हैं। मुझे उम्मीद है कि वे जागेंगे और मानवता की इस हत्या पर अपनी चुप्पी तोड़ेंगे।’
भारत-पाकिस्तान संबंधों पर उन्होंने कहा कि दोनों देश तभी प्रगति कर सकते हैं जब उनके बीच मैत्रीपूर्ण संबंध हों।
अब्दुल्ला ने कहा, ‘अगर हमारे बीच शत्रुतापूर्ण और टकराव वाले रिश्ते हैं तो हम प्रगति नहीं कर सकते।’
अधिकारियों ने पुराने श्रीनगर शहर की ऐतिहासिक जामिया मस्जिद में श्रद्धालुओं को नमाज अदा करने की अनुमति नहीं दी।
कश्मीर के मीरवाइज उमर फारूक जामिया मस्जिद में ईद पर खुतबा(उपदेश) देने वाले थे लेकिन उन्हें सामूहिक नमाज़ से पहले घर में नजरबंद कर दिया गया।
मुफ़्ती ने ईद की नमाज़ के लिए जामिया मस्जिद को बंद करने की निंदा करते हुए कहा, ‘यह धार्मिक मामलों में हस्तक्षेप है’।
ईद-उल-फितर रमज़ान महीना संपन्न होने का प्रतीक है।
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने इस अवसर पर लोगों को शुभकामनाएं दीं।
उन्होंने कहा, ‘यह शुभ दिन हमें मानवता की सेवा के लिए समर्पित होने के लिए प्रेरित करता है। यह पवित्र त्योहार सभी के जीवन में अच्छा स्वास्थ्य, खुशी और समृद्धि लाए।’
भाषा योगेश नरेश
नरेश

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