Modi in Udupi: ‘शांति-सत्य की स्थापना के लिए अत्याचारी का अंत जरूरी’… मोदी ने भगवत गीता की इस बात से आतंकवादियों को दी चेतावनी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उदुपी में राष्ट्रीय सुरक्षा पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि भगवद गीता हमें यह सिखाती है कि शांति और सत्य की स्थापना के लिए अत्याचारी का अंत करना आवश्यक है। उन्होंने बताया कि नया भारत आतंकवाद और हिंसा के खिलाफ निर्णायक कदम उठाने के लिए तैयार है और इसमें हर नागरिक की भूमिका अहम है।

Modi in Udupi: ‘शांति-सत्य की स्थापना के लिए अत्याचारी का अंत जरूरी’… मोदी ने भगवत गीता की इस बात से आतंकवादियों को दी चेतावनी

Modi in Udupi: / Image Source: ANI News

Modified Date: November 28, 2025 / 05:16 pm IST
Published Date: November 28, 2025 5:09 pm IST
HIGHLIGHTS
  • प्रधानमंत्री मोदी ने उदुपी में भाषण दिया।
  • उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ सख्त कदमों पर जोर दिया।
  • शांति और सत्य की स्थापना के लिए कार्रवाई जरूरी है।

Modi in Udupi: उडुपी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शुक्रवार सुबह कर्नाटक में उडुपी के ऐतिहासिक श्री कृष्ण मठ में पूजा-अर्चना की। प्रधानमंत्री मोदी ने उडुपी में एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा और आतंकवाद के प्रति अपनी दृष्टिकोण को स्पष्ट किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि “श्री कृष्ण ने गीता का उपदेश युद्धभूमि में दिया। भगवद गीता हमें यह सिखाती है कि शांति और सत्य की स्थापना के लिए अत्याचारी का अंत करना आवश्यक है।”

राष्ट्रीय सुरक्षा की दिशा में नया दृष्टिकोण

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह राष्ट्र की सुरक्षा नीति का सार है। उन्होंने स्पष्ट किया कि पहले की सरकारें आतंकवादी हमलों के बाद उचित कार्रवाई नहीं करती थीं। लेकिन “यह नया भारत है”, जहाँ आतंकवाद और हिंसा के खिलाफ सख्त कदम उठाने की क्षमता है। प्रधानमंत्री ने ये भी जोड़ा कि भारत न केवल शांति स्थापित करना जानता है, बल्कि उसे सुरक्षित बनाए रखने की क्षमता भी रखता है।

प्रधानमंत्री मोदी के अनुसार, राष्ट्रीय सुरक्षा केवल सेना या सुरक्षा बलों की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारी भी है कि वह देश की शांति और अखंडता की रक्षा में योगदान दे। उन्होंने कहा कि नया भारत अब सकारात्मक कदम और निर्णायक कार्रवाई के लिए तैयार है।

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गुजरात और उडुपी के बीच गहरा संबंध – पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि बाद में जगद्गुरु श्री माधवाचार्य ने इस प्रतिमा को उडुपी में स्थापित किया। मेरा जन्म गुजरात में हुआ है. गुजरात और उडुपी के बीच गहरा और विशेष संबंध रहा है। इस प्रतिमा के दर्शन ने मुझे आत्मीय और आध्यात्मिक आनंद दिया है। उडुपी की राजनीतिक और सामाजिक परंपराओं को याद करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि ये क्षेत्र जनसंघ और भाजपा के सुशासन मॉडल का महत्वपूर्ण केंद्र रहा है।

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