Ex-servicemen Reservation: सरकार ने भूतपूर्व सैनिकों के लिए खोले रोजगार के रास्ते.. सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में भर्तियों के लिए जानें कितना आरक्षण

सैन्य सेवा के दौरान शहीद होने वाले सैनिकों के परिवारों के लिए विशेष पारिवारिक पेंशन या उदारीकृत पारिवारिक पेंशन स्वीकृत की जाती है। इसके अलावा, अनुग्रह राशि और ग्रेच्युटी भी प्रदान की जाती है, जो समयबद्ध प्रक्रिया के तहत सुनिश्चित की जाती है।

Ex-servicemen Reservation: सरकार ने भूतपूर्व सैनिकों के लिए खोले रोजगार के रास्ते.. सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में भर्तियों के लिए जानें कितना आरक्षण

Naxalites Press Note on Police Encounter || Image- ESM Corner

Modified Date: March 28, 2025 / 05:53 pm IST
Published Date: March 28, 2025 5:53 pm IST
HIGHLIGHTS
  • वन रैंक, वन पेंशन से भूतपूर्व सैनिकों की पेंशन असमानता कम
  • CPSU और बैंकों में भूतपूर्व सैनिकों के लिए विशेष आरक्षण
  • शहीद सैनिकों की विधवाओं और बच्चों को भर्ती में प्रोत्साहन

Ex-servicemen Reservation on Public Sector: नई दिल्ली: सरकार ने देश में भूतपूर्व सैनिकों के लिए पेंशन और रोजगार के पर्याप्त अवसर सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न कदम उठाए हैं। वन रैंक, वन पेंशन (OROP) योजना के तहत समान सेवा अवधि और समान रैंक पर सेवानिवृत्त होने वाले पेंशनभोगियों के बीच पेंशन में असमानता को कम करने का प्रयास किया गया है। इसके अलावा, भूतपूर्व सैनिकों को सरकारी संगठनों, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (CPSU), कॉर्पोरेट घरानों, निजी क्षेत्र, केंद्रीय अर्धसैनिक बलों आदि में रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए विभिन्न पुनर्वास और कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम भी शुरू किए गए हैं।

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केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (CPSU) और सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में भूतपूर्व सैनिकों के लिए ग्रुप ‘C’ श्रेणी में 14.5% और ग्रुप ‘D’ श्रेणी में 24.5% रिक्तियां आरक्षित हैं। इनमें से 4.5% रिक्तियां विकलांग भूतपूर्व सैनिकों और युद्ध में शहीद हुए सैनिकों के आश्रितों के लिए निर्धारित हैं।

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Ex-servicemen Reservation on Public Sector: भारतीय सेना में अधिकारी चयन के लिए भूतपूर्व सैनिकों की विधवाओं और युद्ध में शहीद हुए सैनिकों के बच्चों के लिए विशेष आरक्षण का प्रावधान किया गया है। शॉर्ट सर्विस कमीशन (SSC) के तहत 5% रिक्तियां उन रक्षा कर्मियों की विधवाओं को दी जाती हैं, जिनकी सेवा के दौरान मृत्यु हो गई थी। इसके अलावा, रेजिमेंटल केंद्रों के माध्यम से विधवाओं और भूतपूर्व सैनिकों के बच्चों को अग्निपथ योजना और नियमित कैडर में भर्ती के लिए तैयार किया जाता है, साथ ही उन्हें ऑनलाइन कॉमन एंट्रेंस एग्जाम (CEE) में बोनस अंक दिए जाते हैं।

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सैन्य सेवा के दौरान शहीद होने वाले सैनिकों के परिवारों के लिए विशेष पारिवारिक पेंशन या उदारीकृत पारिवारिक पेंशन स्वीकृत की जाती है। इसके अलावा, अनुग्रह राशि और ग्रेच्युटी भी प्रदान की जाती है, जो समयबद्ध प्रक्रिया के तहत सुनिश्चित की जाती है।

क्रम सं. राज्य/केन्द्र शासित क्षेत्र सेना नौसेना वायु सेना कुल
1. आंध्र प्रदेश 63,574 6,665 7,673 77,912
2. अरुणाचल प्रदेश 980 5 1 986
3. असम 38,316 914 2,732 41,962
4. बिहार 100,849 15,746 16,931 133,526
5. छत्तीसगढ 6,746 334 411 7,491
6. गोवा 1,113 1,030 202 2,345
7. गुजरात 27,315 1,141 5,019 33,475
8. हरियाणा 154,153 9,258 12,226 175,637
9. हिमाचल प्रदेश 121,637 4,343 2,596 128,576
10. झारखंड 25,680 1,666 2,747 30,093
11. कर्नाटक 78,579 3,089 12,335 94,003
12. केरल 143,296 14,506 23,734 181,536
13. मध्य प्रदेश 53,344 1,566 2,118 57,028
14. महाराष्ट्र 167,788 15,533 13,166 196,487
15. मणिपुर 8,397 150 197 8,744
16. मेघालय 2,830 56 86 2,972
17. मिजोरम 5,394 51 61 5,506
18. नगालैंड 3,221 45 24 3,290
19. ओडिशा 40,067 4,383 7,887 52,337
20. पंजाब 335,328 9,767 14,369 359,464
21. राजस्थान 193,825 8,264 7,434 209,523
22. सिक्किम 1,000 63 12 1,075
23. तमिलनाडु 104,533 4,015 11,975 120,523
24. तेलंगाना 19,455 1,532 7,213 28,200
25. त्रिपुरा 2,357 43 128 2,528
26. उत्तर प्रदेश 349,880 29,534 41,731 421,145
27. उत्तराखंड 132,576 3,470 3,315 139,361
28. पश्चिम बंगाल 83,542 5,906 14,745 104,193
29. अंडमान एवं निकोबार (यूटी) 803 178 100 1,081
30. चंडीगढ़ (यूटी) 6,189 458 2,513 9,160
31. दिल्ली (यूटी) 46,831 5,748 10,766 63,345
32. जम्मू-कश्मीर (यूटी) 74,940 789 895 76,624
33. लेह और लद्दाख (यूटी) 6,313 11 30 6,354
34. पुदुचेरी (यूटी) 1,864 134 471 2,469
कुल 2,402,715 150,393 225,843 2,778,951

 


सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्नः

लेखक के बारे में

A journey of 10 years of extraordinary journalism.. a struggling experience, opportunity to work with big names like Dainik Bhaskar and Navbharat, priority given to public concerns, currently with IBC24 Raipur for three years, future journey unknown