‘मुसलमानों को कोई हाथ लगा के तो दिखाए…’ मुस्लिमों की रक्षा के लिए ढाल बनकर खड़े हुए किसान…
farmers are supporting muslims हरियाणा के नूंह जिले में हुए हिंसा के बाद एक सुखद खबर सामने आ रही है। इस तरह की पहल की गई है।
farmers are supporting muslims
farmers are supporting muslims : नूंह। हरियाणा के नूंह जिले में हुए हिंसा के बाद एक सुखद खबर सामने आ रही है। हिंसा के कुछ दिनों बाद हरियाणा में किसान संगठनों और खाप पंचायतों ने एक बैठक की और मुस्लिम समुदाय के साथ मिलकर समाज में भाईचारे का संदेश दिया। किसान नेताओं ने बुधवार को एलान किया कि वे किसी भी मुस्लिम समुदाय के सदस्यों को ‘छूने’ की अनुमति नहीं देंगे।
नूंह में जो हिंसा भड़की थी उसकी लपटें गुरूग्रम तक पहुंची थी। हिंसा की वजह से पूरे राज्य का माहौल खराब हो रहा है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उसी हिंसा की वजह से यह सकारात्मक पहल की जा रही है। बता दें कि इससे पहले कुछ पंचायतों ने अपने गांवों में मुस्लिमों के प्रवेश पर ही रोक लगा दी है। वहीं कुछ लोग मुस्लिम समुदाय के लोगों को लगातार धमकियां दे रहे हैं। इस वजह से दोनों समुदायों के बीच पारस्परिम प्रेम रहे इस दिशा में सबसे पहले इस तरह की पहल की गई है।
किसान नेताओं ने क्या कहा?
मुस्लिम समुदाय के सदस्यों को धमकियों का जिक्र करते हुए किसान नेता सुरेश कोथ ने कहा: “ये खड़े हैं मुसलमान, टोक के दिखा दो। सभी खापें (उनकी सुरक्षा के लिए) जिम्मेदार हैं।” हिसार जिले के एक खाप नेता सुरेश कोथ ने कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध के दौरान एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। कोथ ने कहा कि कुछ गांवों में मुसलमानों के प्रवेश पर प्रतिबंध की खबरें झूठी हैं।
farmers are supporting muslims : बुधवार की पंचायत में किसानों ने यह भी शपथ ली कि वे नूंह में शांति बहाली के प्रयास करने के अलावा किसी भी प्रकार की जातीय या सांप्रदायिक हिंसा में भाग नहीं लेंगे। पंचायत में उन लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की गई जो सोशल मीडिया पर वीडियो अपलोड कर लोगों को भड़काने के लिए जिम्मेदार थे।

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