‘ईसाइयों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने’ के आरोप में ‘आप’ नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज

'ईसाइयों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने' के आरोप में ‘आप’ नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज

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  • Publish Date - December 25, 2025 / 10:18 PM IST,
    Updated On - December 25, 2025 / 10:18 PM IST

नयी दिल्ली, 25 दिसंबर (भाषा) वायु प्रदूषण से संबंधित उस व्यंग्य नाटिका को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) की दिल्ली इकाई के प्रमुख सौरभ भारद्वाज और पार्टी के दो अन्य नेताओं के खिलाफ बृहस्पतिवार को पुलिस में मामला दर्ज किया गया जिसमें एक व्यक्ति को सेंटा क्लॉज के रूप में दिखाया गया था। एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि यह नाटक ईसाई समुदाय की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाता है क्योंकि सेंटा क्लॉज एक धार्मिक और सांस्कृतिक प्रतीक है।

इस मामले में बुराड़ी के विधायक संजीव झा और ‘आप’ नेता आदिल अहमद खान के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया है।

बाद में भारद्वाज ने ‘एक्स’ पर आरोप लगाया कि प्रदूषण और अरावली पर्वतमाला के मुद्दे पर भाजपा की स्थिति खराब है, इसलिए उसके कार्यकर्ता ईसाइयों का रूप धारण कर रहे हैं और कह रहे हैं कि उनकी ‘‘धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं’’।

उन्होंने इस मामले को सरकार की डराने-धमकाने की रणनीति बताकर खारिज कर दिया।

एडवोकेट खुशबू जॉर्ज की ओर से दायर शिकायत में आरोप लगाया गया है कि तीनों नेताओं ने 17 और 18 दिसंबर को अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल पर वीडियो अपलोड किए, जिनमें कनॉट प्लेस में सार्वजनिक रूप से प्रस्तुत किए गए एक ‘राजनीतिक व्यंग्य नाटिका’ को दर्शाया गया है।

भारद्वाज ने 17 नवंबर को ‘एक्स’ पर एक वीडियो पोस्ट किया जिसमें उन्हें यह बताते हुए सुना जा सकता है कि कनॉट प्लेस में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 376 तक पहुंच गया है। इस टिप्पणी के कुछ ही क्षण बाद, क्लिप में सेंटा क्लॉज के वेश में एक व्यक्ति को राहगीरों के सामने नाटकीय रूप से जमीन पर गिरते हुए दिखाया गया है।

इस दृश्य पर प्रतिक्रिया देते हुए भारद्वाज को चुटकी लेते हुए सुना जा सकता है, ‘‘हे भगवान, 376 सुनकर सेंटा बेहोश हो गये।’’

शिकायतकर्ता ने दावा किया कि वीडियो के अनुसार, सांता क्लॉज के रूप में कपड़े पहने लोगों को कथित तौर पर सड़क पर बेहोश होते और गिरते हुए दिखाया गया है और उनका इस्तेमाल राजनीतिक संदेश के लिए ‘प्रॉप्स’ (साधन) के रूप में किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि सांता क्लॉज, जिसे दुनियाभर के ईसाइयों के लिए एक धार्मिक और सांस्कृतिक प्रतीक के रूप में वर्णित किया जाता है और जो सेंट निकोलस और क्रिसमस उत्सव की विरासत से जुड़ा हुआ है, का उपहास किया गया और उसे ‘‘अपमानजनक’’ तरीके से चित्रित किया गया।

शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि वीडियो में सांता क्लॉज के वेश में एक व्यक्ति पर नकली सीपीआर (जीवन रक्षक प्रक्रिया) देते हुए दिखाया गया था, जो उनके अनुसार ‘‘क्रिसमस समारोह से ठीक पहले, एक धार्मिक प्रतीक का उपहास करने के बराबर है’’।

बीएनएस की धाराओं 299 (जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण कृत्य, किसी वर्ग की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के इरादे से उसके धर्म या धार्मिक मान्यताओं का अपमान करना), 302 (किसी व्यक्ति की धार्मिक भावनाओं को जानबूझकर ठेस पहुंचाने के इरादे से शब्द आदि बोलना) और 3(5) (संयुक्त दायित्व) के तहत 25 दिसंबर को एक मामला दर्ज किया गया है।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘शिकायत की सामग्री और प्रस्तुत की गई सामग्री का सत्यापन किया जा रहा है। कानून के अनुसार आगे की कार्रवाई की जायेगी।’’

भाजपा पर पलटवार करते हुए भारद्वाज ने कहा कि प्राथमिकी सोशल मीडिया की ताकत का नतीजा है, जिसने कई मुद्दों पर भाजपा सरकार को घेर लिया है।

भारद्वाज ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘सेंटा क्लॉज की व्यंग्य नाटिका पर प्राथमिकी हो गई है। सोशल मीडिया और आप लोगों की ताकत से आज भाजपा बहुत परेशान हैं। ये सोशल मीडिया की ताकत है कि भाजपा सरकार को प्रदूषण पर जवाब देना पड़ रहा है, एक्यूआई पर चर्चा हो रही है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘सेंटा क्लॉज की नाटिका से हमने प्रदूषण के मुद्दे को जन जन तक पहुंचाया, जिससे दिल्ली और केंद्र की सरकार को काफी परेशानी है। ये सोशल मीडिया की ताकत है कि अरावली पर्वतमाला पर सरकार बैकफुट पर आई है।’’

‘आप’ नेता ने कहा कि कुलदीप सिंह सेंगर वाला मामला और उत्तराखंड की अंकिता भंडारी वाला मामला भी उल्टा पड़ रहा है ।

उन्होंने कहा, ‘‘अब डराने, धमकाने, ईडी, सीबीआई, दिल्ली पुलिस की प्राथमिकी का दौर चल रहा है। संघियों का दुष्प्रचार अब बेनकाब हो रहा है, इसलिए वे डरे हुए हैं। हमें अभी भी उन्हें और अधिक बेनकाब करने और उन्हें और भी अधिक डराने की जरूरत है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा के ही कार्यकर्ता अब ईसाई का मुखौटा लगाकर कह रहे है , उनकी धार्मिक भावना आहत हो गई, और पुलिस प्राथमिकी दर्ज कर रही है।

जब दिल्ली के लाजपत नगर में सेंटा क्लॉज की टोपियां खींची गई, धमकाया गया, गाली देकर भगाया गया, तब किसी भाजपा के ईसाई कार्यकर्ता की धार्मिक भावना आहत नहीं हुई।’’

भाषा

देवेंद्र रंजन

रंजन