पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि, विरोधी भी थे कायल
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि, विरोधी भी थे कायल
नई दिल्ली। 16 अगस्त को देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि है। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी 93 वर्ष की उम्र में उनका निधन हुआ था। अटल बिहारी वाजपेयी ने प्रधानमंत्री के रूप में तीन बार देश का नेतृत्व किया। वे पहली बार साल 1996 में 16 मई से 1 जून तक, 19 मार्च 1998 से 26 अप्रैल 1999 तक और फिर 13 अक्तूबर 1999 से 22 मई 2004 तक देश के प्रधानमंत्री रहे हैं।
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पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी चार दशकों से भारतीय संसद के सदस्य थे, लोकसभा, निचले सदन, दस बार, और दो बार राज्य सभा, ऊपरी सदन में चुने गए थे। उन्होंने लखनऊ के लिए संसद सदस्य के रूप में कार्य किया। 2009 तक उत्तर प्रदेश जब स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं के कारण सक्रिय राजनीति से सेवानिवृत्त हुए। अपना जीवन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक के रूप में आजीवन अविवाहित रहने का संकल्प लेकर प्रारम्भ करने वाले वाजपेयी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार के पहले प्रधानमंत्री थे, जिन्होंने गैर कांग्रेसी प्रधानमंत्री पद के 5 साल बिना किसी समस्या के पूरे किए। आजीवन अविवाहित रहने का संकल्प लेने के कारण इन्हे भीष्म पितामह भी कहा जाता है। उन्होंने 24 दलों के गठबंधन से सरकार बनाई थी जिसमें 81 मन्त्री थे।
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2005 से वे राजनीति से संन्यास ले चुके थे और नई दिल्ली में 6-ए कृष्णामेनन मार्ग स्थित सरकारी आवास में रहते थे । 16 अगस्त 2018 को एक लंबी बीमारी के बाद अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, दिल्ली में पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी का निधन हो गया। वे जीवन भर भारतीय राजनीति में सक्रिय रहे।
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रविवार को सीएम योगी आदित्यनाथ लोक भवन में उनकी प्रतिमा पर लोकार्पण करेंगे। बता दें कि अटलजी की 95वीं जयंती पर 8 माह पहले लोकभवन में 25 फीट ऊंची कांस्य प्रतिमा लगाई गई थी। अटलजी का निधन 16 अगस्त 2018 को हुआ था।

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