यरूशलम, 18 जनवरी (भाषा) इजराइल में किए गए एक अध्ययन में सामने आया है कि कोविड-रोधी टीके की चौथी खुराक शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को तीसरी खुराक के मुकाबले काफी अधिक बढ़ा देती है। हालांकि, प्रारंभिक निष्कर्ष में पाया गया कि चौथी खुराक के बावजूद कोरोना वायरस के नए स्वरूप ओमीक्रोन के खिलाफ आंशिक सुरक्षा मिलती है।
अध्ययन के दौरान टीके की प्रभावशीलता और सुरक्षा को परखा गया। साथ ही यह भी विश्लेषण किया गया कि क्या अलग-अलग निर्माताओं के टीकों का मिश्रण एंटीबॉडी को बढ़ाने में कारगर हो सकता है या नहीं?
इजराइल के शीबा मेडिकल सेंटर के शोधकर्ताओं ने अपने कर्मचारियों को दूसरी बूस्टर खुराक दी और दो सप्ताह बाद 154 लोगों पर फाइजर की बूस्टर खुराक के प्रभाव का आंकलन किया जबकि एक सप्ताह बाद 120 लोगों में मॉडर्ना टीके की बूस्टर खुराक का आंकलन किया।
प्रारंभिक परिणामों से संकेत मिलता है कि मॉडर्ना टीके की चौथी खुराक देने के एक सप्ताह बाद एंटीबॉडी की दर उसी तरह बढ़ी, जिस तरह फाइजर की चौथी खुराक देने के एक सप्ताह बाद बढ़ी थी।
अध्ययन में यह भी पाया गया कि फाइजर की चौथी खुराक देने के दो सप्ताह बाद एंटीबॉडी में और वृद्धि हुई जोकि पहले सप्ताह के बाद से थोड़ी अधिक थी।
भाषा शफीक माधव
माधव
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
दूसरे चरण के चुनाव में शाम 7 बजे तक करीब…
7 hours agoकांग्रेस कह रही है कि वह अल्पसंख्यकों के लिए एक…
7 hours ago