श्रीनगर की जामिया मस्जिद में जुमे की नमाज़ की नहीं मिली इजाज़त, मीरवाइज़ को नज़रबंद किया गया

श्रीनगर की जामिया मस्जिद में जुमे की नमाज़ की नहीं मिली इजाज़त, मीरवाइज़ को नज़रबंद किया गया

श्रीनगर की जामिया मस्जिद में जुमे की नमाज़ की नहीं मिली इजाज़त, मीरवाइज़ को नज़रबंद किया गया
Modified Date: March 28, 2025 / 07:58 pm IST
Published Date: March 28, 2025 7:58 pm IST

श्रीनगर, 28 मार्च (भाषा) हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के नेता और कश्मीर के मुख्य मौलवी मीरवाइज उमर फारूक ने कहा कि शुक्रवार को श्रीनगर की ऐतिहासिक जामिया मस्जिद में सामूहिक नमाज (जुमा अलविदा की नमाज) अदा करने की इजाजत नहीं दी गई और उन्हें घर में नजरबंद कर दिया गया।

शहर के नौहट्टा इलाके में स्थित यह मस्जिद बृहस्पतिवार रात शब-ए-कद्र (26 वे रोजे की रात) के अवसर पर नमाज के लिए बंद रही।

मीरवाइज ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘जब लाखों लोग पूरी उत्सुकता के साथ सामूहिक नमाज के लिए इस मुबारक शुक्रवार का इंतजार करते हैं ताकि अल्लाह से इनाम और आशीर्वाद मिल सके तब जामिया मस्जिद लोगों के लिए बंद है और मैं आज ‘जुमा-तुल-विदा’ (रमजान के आखिरी शुक्रवार) के दिन भी घर में नजरबंद हूं।’’

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मीरवाइज ने कहा कि वह प्राधिकारियों से पूछना चाहते हैं कि कश्मीर की धार्मिक पहचान के इस सबसे महत्वपूर्ण केंद्र को ‘बार-बार क्यों निशाना बनाया जा रहा है और लोगों के धार्मिक व मौलिक अधिकार पर अंकुश लगाया जा रहा है, जबकि हर दिन सामान्य स्थिति के बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं?’

उन्होंने नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेतृत्व वाली जम्मू कश्मीर सरकार का जिक्र करते हुए कहा कि जनता के नाम पर शासन करने वाले लोग घाटी के मुसलमानों के प्रति इस घोर अन्याय और जामा मस्जिद को बार-बार बंद करने के खिलाफ खड़े होने से खुद को जुदा नहीं कर सकते।

भाषा यासिर पवनेश

पवनेश


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