Gen Z Protest in India: अब भारत की दिल्ली में उग्र हुए GenZ, हाथ में तख्ती लेकर हजारों युवा उतरे सड़कों पर, राहुल गांधी का भी मिल रहा समर्थन, जानिए क्या चल रही तैयारी
दिल्ली के घने स्मॉग और बढ़ते प्रदूषण स्तर के खिलाफ रविवार को इंडिया गेट पर सैकड़ों युवा, अभिभावक और पर्यावरण कार्यकर्ता “स्मॉग से आज़ादी!” के नारे लगाते हुए सड़कों पर उतरे। पुलिस ने कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया, जबकि विपक्षी नेता राहुल गांधी ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन के समर्थन में सरकार की आलोचना की। बढ़ते वायु प्रदूषण पर सरकार, प्रशासन और नागरिकों के बीच तीखी बहस छिड़ गई है।
Gen Z Protest in India / Image Source: IBC24
- दिल्ली का AQI 370 पार हवा 'बहुत खराब' से 'गंभीर' श्रेणी में।
- इंडिया गेट पर युवाओं का प्रदर्शन, “सांस लेना भी मुश्किल है” के नारे गूँजे।
- राहुल गांधी ने जताई नाराज़गी, बोले “स्वच्छ हवा बुनियादी मानवाधिकार है।”
Gen Z Protest in India: दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण के खिलाफ रविवार को इंडिया गेट पर सैकड़ों लोग प्रदर्शन करने उतरे। मुख्य रूप से लोग “स्मॉग से आज़ादी!” और “सांस लेना मुझे मार रहा है” जैसे नारे लिखी तख्तियों के साथ सड़कों पर उतरे। प्रदूषण की गंभीरता का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 370 तक पहुँच चूका है, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि दिल्ली में वायु प्रदूषण एक स्वास्थ्य आपातकाल बन चुका है, खासकर बच्चों के लिए, जिनमें से हर तीसरे के फेफड़े पहले से ही प्रभावित हो चुके हैं।
GenZ प्रदर्शनकारियों ने की साफ हवा की मांग
जेन ज़ी युवा प्रदर्शनकारियों ने साफ हवा की मांग को लेकर पहली बार बड़े पैमाने पर भागीदारी दिखाई। एक प्रदर्शनकारी ने कहा, “ये हेल्थ इमरजेंसी है, न कि दोषारोपण का खेल। सरकार को साफ हवा की नीति तुरंत लागू करनी चाहिए।” दूसरे प्रदर्शनकारी ने कहा, “अमीर लोग एयर प्यूरीफायर खरीद सकते हैं या पहाड़ों पर जा सकते हैं लेकिन हम कहां जाएँ? हर सर्दी में सांस लेने के लिए संघर्ष करना पड़ता है। हवा सरकारी नहीं, सबकी है।” प्रदर्शनकारी ज्योत्सना सिंह ने कहा, “गरीब, सड़क पर सामान बेचने वाले और ऑटो चालक सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। राज्य की बसें और अन्य वाहन प्रदूषण के लिए 80% जिम्मेदार हैं। सरकार क्या कर रही है, ये देखने की बात है।”
प्रदर्शनकारियों का ये भी कहना है कि ऐसा लगता है जैसे हम पिछले समय में लौट रहे हैं। उनकी अपील साफ है “कृपया, ये हमारे बच्चों के स्वास्थ्य के बारे में है।” छोटे बच्चे सबसे अधिक प्रभावित हो रहे हैं, हर तीसरे बच्चे के फेफड़े पहले से ही खराब हो चुके हैं। प्रदर्शनकारियों ने बताया कि हमारे बच्चे उन बच्चों की तुलना में, जो साफ हवा में सांस ले रहे हैं, लगभग दस साल कम जीवित रहेंगे। इसके बावजूद, उनका कहना है कि उन्हें उम्मीद अभी भी है, और इसी कारण वो यहां प्रदर्शन कर रहे हैं।
राहुल गांधी ने की सरकार की निंदा
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रदर्शन में शामिल युवकों की गिरफ्तारी पर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि स्वच्छ हवा का अधिकार बुनियादी मानवाधिकार है और शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन का अधिकार संविधान हमें देता है। उन्होनें सरकार पर आरोप लगाया कि वो प्रदूषण पर कोई निर्णायक कार्रवाई नहीं कर रही है और शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों के साथ अपराधियों जैसा व्यवहार किया जा रहा है।
The right to clean air is a basic human right.
The right to peaceful protest is guaranteed by our Constitution.
Why are citizens who have been peacefully demanding clean air being treated like criminals?
Air pollution is affecting crores of Indians, harming our children and… https://t.co/ViPZiO16lT
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 9, 2025
India Gate. Protest against #DelhiPollution , despite heavy, scary, and overpowering police presence. pic.twitter.com/684jUGRV3I
— Aparna Kalra (@Apkal) November 9, 2025
सीएम ने मिलने से कर दिया मना
प्रदूषण के खिलाफ प्रदर्शन में शामिल एनवायरनमेंटलिस्ट भवरीन कंधारी ने कहा कि हम अपने चुने हुए अधिकारियों से मिलना चाहते थे। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री से मिलने का समय मांगने के बावजूद उनकी अनुरोध अस्वीकार कर दी गई।
VIDEO | Joining the protest over air pollution at India Gate in Delhi, Environmentalist Bhavreen Kandhari says, “We want to meet the elected officials; we had asked for an appointment with the Chief Minister, but our request was refused. So many mothers and parents are deeply… pic.twitter.com/7l6t4pOdjl
— Press Trust of India (@PTI_News) November 9, 2025
प्रदर्शन में डॉग लवर भी रहे शामिल
प्रदर्शन की ख़ास बात थी कि इस प्रोटेस्ट में डॉग लवर भी शामिल रहे। डॉग लवर प्रदर्शनकारी ने सुप्रीम कोर्ट के उस हालिया आदेश के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया जिसमें शिक्षण संस्थानों, अस्पतालों, बस और रेलवे स्टेशनों के परिसर से सभी आवारा कुत्तों को हटाने का आदेश दिया गया है। एनिमल राइट्स एक्टिविस्ट अंबिका शुक्ला ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने पटाखों को फ्री पास दे दिया, ये कहते हुए कि प्रदूषण मत हटाओ बल्कि जानवरों को हटाओ…ये किस तरह का ‘वसुधैव कुटुंबकम’ है, जहाँ सिर्फ इंसानों को जीने का हक है?
#WATCH | Delhi | On latest SC order on stray dogs in Delhi-NCR, Animal Rights Activist Ambika Shukla says, “… Supreme Court gave a free pass to firecrackers, saying that don’t remove pollution but remove animals… What kind of ‘Vasudhaiva Kutumbakam’ is this, where only humans… pic.twitter.com/iVspK7jU6d
— ANI (@ANI) November 9, 2025

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