बकरी पालकों को जंगल में मिले तेंदुए के शावक, साथ ले आए घर, फिर पहुंची वन विभाग की टीम और….
Leopard cubs found in forest : हरियाणा के नूंह जिले के कोटला गांव के पहाड़ में बने एक पुराने किले के खंडहर में एक पशुपालक को तेंदुए के
Leopard cubs found in forest
चंडीगढ़ : Leopard cubs found in forest : हरियाणा के नूंह जिले के कोटला गांव के पहाड़ में बने एक पुराने किले के खंडहर में एक पशुपालक को तेंदुए के दो बच्चे मिले हैं। दोनों शावकों के आसपास कुत्तों को भोंकता देख पशुपालक दोनों को बचाने के उद्देश्य से अपने साथ घर लेकर पहुंचा गया। जहां उनको बकरी का दूध पिलाया। गांव में तेंदुए शावक मिलने से हड़कंप मच गया। बड़ी संख्या में ग्रामीण और आसपास के लोग शावकों को देखने पहुंच गए और अपने अपने मोबाइल में उनकी वीडियो और फोटो कैद करने लगे। सूचना मिलने पर वन्यजीव विभाग की टीम भी हरकत में आ गई, जो फिलहाल कोटला गांव पहाड़ में मिले दोनों शावकों की मादा तेंदुए से मिलाने के प्रयास में जुट गई है।
बकरी पालकों को नहीं पता था तेंदुए के शावक है
Leopard cubs found in forest : जानकारी के अनुसार नूंह के कोटला गांव में दो बकरी पालक अपनी बकरियों को चराने के लिए अरावली पर्वत में रोजाना की तरह लेकर जाते और शाम को फिर अपने घर वापस लेकर आते। गुरुवार को उन्हें दो तेंदुआ नस्ल के बच्चे मिले। लेकिन उन्हें यह नहीं मालूम था कि यह किस जानवर के बच्चे हैं। इसलिए दोनों पशुपालक उन्हें अपने साथ लेकर आ गए। घर पहुंच कर बुजुर्गों को इसकी जानकारी दी। बुजुर्गों ने बताया कि यह तेंदुआ (चीता) नस्ल के आदमखोर जानवर के बच्चे हैं।
#WATCH Haryana: Villagers found 2 leopard cubs in Haryana’s Nuh district; the cubs were safely handed over to the Wildlife Department.
Rajesh Kumar, DFO department officer: “Some children had gone to the forest to graze goats, and they found these cubs. We will take them to the… pic.twitter.com/W1Q7NFn2EM
— ANI (@ANI) July 15, 2023
बकरी चरा के वापस आने के दौरान मिले शावक
Leopard cubs found in forest : ग्रामीण साहून और सहरून ने बताया कि वह अपनी बकरियों को अरावली के पहाड़ों में चराते हैं। गुरुवार शाम को जब वह अपनी बकरियों को चरा कर वापस घर के लिए आ रहे थे तो उन्हें यह दोनों बच्चे दिखाई दिए। इनको वे अपने साथ ले आए। घर पर आकर उन्हें पता चला कि ये तेंदुआ के बच्चे हैं।
उन्होंने दोनों शावकों को बड़े प्यार से रखा और अपनी बकरियों का दूध पिलाया, ताकि वह भूखे ना रहे। वहीं जब यह खबर पूरे गांव में फैली तो इन दोनों शावकों को देखने के लिए ग्रामीणों की भीड़ लग गई। समाजसेवी राजुदीन ने कहा कि जैसे ही उन्हें इनकी सूचना मिली तो उन्होंने वन विभाग को सूचना दे दी है। वन विभाग की टीम गुड़गांव व नूंह से पहुंची और टीम ने दोनों शावकों को अपने कब्जे में ले लिया।
रावली पर्वत दीखते है जंगली जानवर
Leopard cubs found in forest :बता दें कि अरावली पर्वत में अभी भी काफी जंगली जानवर देखने को मिलते हैं। यह जानवर उन्हीं लोगों को मिलते हैं जो लोग अपने पशुओं को अरावली पर्वत में चराने के लिए ले जाते हैं। वहीं सरकार भी अब अरावली पर्वत के कई हजार हिस्से में सफारी पार्क बनाने का विचार कर रही है। ताकि अरावली पर्वत में जंगली जानवरों के लिए एक सुरक्षित स्थान बन सके ताकि जंगली जानवर बच सके।

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