सरकारी कर्मचारियों की मौज! एक साल में 125 दिन की छुट्टी, 5 साल में 630 छुट्टियां

125 days leave in a year for Government employees: एक आंकड़े के अनुसार ​पांच साल में 630 दिन वीकेंड सहित अन्य छुट्टियां होती हैं। यानी एक साल में करीब 125 छुट्टियां होती है। ऐसे में 365 दिन में 240 दिन ही काम होता है। उसमें भी चुनाव जैसे काम आने के कारण पूरे साल में 100 दिन से अधिक काम नहीं हो पाता।

सरकारी कर्मचारियों की मौज! एक साल में 125 दिन की छुट्टी, 5 साल में 630 छुट्टियां

Eid Holidays 2025 Cancelled: ईद पर नहीं मिलेगी सरकारी छुट्टी, प्रशासन ने जारी किया आदेश / Image Source: File

Modified Date: May 21, 2024 / 12:53 pm IST
Published Date: May 21, 2024 12:51 pm IST

125 days leave in a year for Government employees: नईदिल्ली। पूरे देश को अब 4 जून का इंतजार है। जब लोकसभा चुनाव का परिणाम आएगा। देश में पिछले 3 महीने से आचार संहिता लगी हुई है। ऐसे में कहीं ना कहीं आम जनता का काम भी प्रभावित हो रहा है। ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है। ये हमेशा से होते आया है। इस साल यानि 2024 में मात्र 100 दिन काम होगा।

एक आंकड़े के मुताबिक पिछले 5 साल में टोटल 1826 दिनों में केवल 961 दिन ही सरकारी दफ्तर में काम हो पाए हैं। 235 दिन तो विधानसभा सहित अन्य चुनाव में खत्म हो गए हैं।

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5 साल में हुई 630 छुट्टियां

एक आंकड़े के अनुसार ​पांच साल में 630 दिन वीकेंड सहित अन्य छुट्टियां होती हैं। यानी एक साल में करीब 125 छुट्टियां होती है। ऐसे में 365 दिन में 240 दिन ही काम होता है। उसमें भी चुनाव जैसे काम आने के कारण पूरे साल में 100 दिन से अधिक काम नहीं हो पाता।

साल 2023 और 2024 इस मामले में सबसे ज्यादा प्रभावित रहा। क्योंकि विधानसभा चुनाव में 57 दिन और अब लोकसभा चुनाव में 83 दिन की आचार संहिता लगी है। वहीं अब नवंबर और दिसंबर में महीने में नगरीय निकाय के चुनाव होने हैं। ऐसे में करीब 1 महीने पहले उसकी भी आचार संहिता लग जाएगी।

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सरकारी घोषणाओं पर नहीं होता काम

विशेषज्ञों के अनुसार आचार संहिता लागू होने के बाद सरकार द्वारा की गई घोषणाओं पर काम नहीं हो पता। इसके साथ ही न तो कोई नई भर्ती की घोषणा होती है और परिणाम में भी कई बार देरी आती है। वहीं पंचायत चुनाव में भी ऐसा ही कुछ होता है। इस प्रकार देश भर में पांच साल में चार बार देश को आचा​र संहिता का सामना करना पड़ता है, ऐसे में सरकारी कर्मचारियों की मौज ही मौज रहती है।

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लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com