सरकार संसाधन एवं अनुकूल अनुसंधान परिवेश प्रदान करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही : मोदी
सरकार संसाधन एवं अनुकूल अनुसंधान परिवेश प्रदान करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही : मोदी
नयी दिल्ली, 26 सितंबर (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि सरकार वैज्ञानिकों को सभी संसाधन एवं अनुकूल अनुसंधान परिवेश उपलब्ध कराकर उनके प्रयासों को पूरा करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है।
उन्होंने वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) के 82वें स्थापना दिवस पर अपने संदेश में यह बात कही।
मोदी ने चंद्रयान-3 मिशन की सफलता में सीएसआईआर की प्रयोगशालाओं के योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा, ‘हमारे अंतरिक्ष और विज्ञान परिवेश के अथक प्रयासों ने दुनिया को दिखाया है कि हमारे लिए कुछ भी असंभव नहीं है।’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘हमारे देश और इसके लोगों को वैज्ञानिक सोच और जिज्ञासु मस्तिष्क हमेशा से वरदान में मिला है। हमारे वैज्ञानिकों और प्रौद्योगिकीविदों के अनुसंधान एवं नवाचार की गति और पैमाने ने, विशेष रूप से महामारी के दौरान, दुनिया को वैश्विक भलाई के लिए काम करने की हमारी असीमित क्षमता के बारे में आश्वस्त किया है।’
केंद्रीय मंत्री जीतेंद्र सिंह ने एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री का संदेश पढ़ा।
मोदी ने कहा कि 2047 तक की अवधि, जब देश अपनी स्वतंत्रता का शताब्दी वर्ष मनाएगा, एक मजबूत, समावेशी और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के दृष्टिकोण को पूरा करने का अवसर है।
उन्होंने कहा, ‘इस संदर्भ में सीएसआईआर जैसे संस्थानों की भूमिका अधिक प्रासंगिक हो जाती है।’
मोदी ने शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार के विजेताओं को भी शुभकामनाएं दीं।
वहीं, सिंह ने सीएसआईआर के ‘कार्बन कैप्चर’,‘ यूटिलाइजेशन एंड स्टोरेज (सीसीयूएस)’ मिशन के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कार्बन उत्सर्जन घटाने और जलवायु परिवर्तन में कमी लाने की गंभीर वैश्विक चुनौती को संबोधित करने में इसके महत्व पर जोर दिया।
भाषा पारुल राजकुमार

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