गुजरात एसीबी ने आईएएस अधिकारी और सुरेंद्रनगर के पूर्व जिलाधिकारी के खिलाफ मामला दर्ज किया

गुजरात एसीबी ने आईएएस अधिकारी और सुरेंद्रनगर के पूर्व जिलाधिकारी के खिलाफ मामला दर्ज किया

गुजरात एसीबी ने आईएएस अधिकारी और सुरेंद्रनगर के पूर्व जिलाधिकारी के खिलाफ मामला दर्ज किया
Modified Date: December 25, 2025 / 04:31 pm IST
Published Date: December 25, 2025 4:31 pm IST

अहमदाबाद, 25 दिसंबर (भाषा) गुजरात भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने रिश्वतखोरी से जुड़े धन शोधन मामले की जांच के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की शिकायत पर सुरेंद्रनगर के पूर्व जिलाधिकारी राजेंद्रकुमार पटेल और तीन अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के 2015 बैच के अधिकारी पटेल का रिश्वतखोरी से जुड़े धनशोधन मामले में बुधवार को सुरेंद्रनगर के जिलाधिकारी पद से तबादला कर दिया गया। पटेल का तबादला ईडी द्वारा उनके कार्यालय से चंद्रसिंह मोरी की गिरफ्तारी के बाद किया गया और उन्हें कहीं नई तैनाती भी नहीं दी गई है।

एसीबी के संयुक्त निदेशक मकरंद चौहान ने कहा, ‘‘ईडी की शिकायत के आधार पर हमने 23 दिसंबर को पटेल, उनके निजी सहायक जयराजसिंह झाला, लिपिक मयूरसिंह गोहिल और राजस्व अधिकारी चंद्रसिंह मोरी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की।’’

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उन्होंने कहा कि अब तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है।

ईडी ने 23 दिसंबर को सुरेंद्रनगर के जिलाधिकारी कार्यालय में तैनात राजस्व अधिकारी चंद्रसिंह मोरी के घर से 67.50 लाख रुपये बरामद किए थे, जिसके बाद उन्हें रिश्वत से जुड़े धन शोधन के मामले में गिरफ्तार कर लिया गया।

मोरी को बुधवार को यहां एक विशेष अदालत (पीएमएलए) में पेश किया गया, जिसने उन्हें एक जनवरी तक ईडी की हिरासत में भेज दिया।

ईडी ने दावा किया कि मोरी ने स्वीकार किया कि “जब्त की गई नकदी वही रिश्वत की रकम है, जिसे उसने वैधानिक भूमि-उपयोग आवेदनों के त्वरित या अनुकूल निपटारे के लिए सीधे तौर पर और बिचौलियों के माध्यम से आवेदकों से ली थी।’’

धनशोधन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत रिपोर्ट दर्ज होने के बाद, एजेंसी मोरी और अन्य लोगों से जुड़े कथित धनशोधन की जांच कर रही है।

भाषा नोमान खारी

खारी


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