गुजरात के मुख्यमंत्री ने महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी, कहा: मोदी उनके दृष्टिकोण को बढ़ा रहे हैं

गुजरात के मुख्यमंत्री ने महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी, कहा: मोदी उनके दृष्टिकोण को बढ़ा रहे हैं

गुजरात के मुख्यमंत्री ने महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी, कहा: मोदी उनके दृष्टिकोण को बढ़ा रहे हैं
Modified Date: October 2, 2025 / 03:20 pm IST
Published Date: October 2, 2025 3:20 pm IST

पोरबंदर, दो अक्टूबर (भाषा) गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने बृहस्पतिवार को महात्मा गांधी को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि स्वच्छता, स्वदेशी एवं गरीब कल्याण के उनके दृष्टिकोण को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आगे बढ़ा रहे हैं।

पटेल ने महात्मा गांधी के जन्मस्थान पोरबंदर का दौरा किया और राष्ट्रपिता को समर्पित स्मारक कीर्ति मंदिर में पुष्पांजलि अर्पित की।

स्मारक पर अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘महात्मा गांधी ने गरीबों के उत्थान और ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के लिए एक आंदोलन शुरू किया था। यह प्रधानमंत्री मोदी ही हैं जिन्होंने महात्मा गांधी के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाया। प्रधानमंत्री मोदी सुशासन लेकर आए जिससे गरीबों, हाशिए पर पड़े लोगों और दलितों के उत्थान एवं कल्याण में मदद मिली।’’

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मुख्यमंत्री ने दो अक्टूबर, 2014 को भारत सरकार द्वारा शुरू किए गए स्वच्छ भारत अभियान का हवाला देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने हमेशा गांधी जी के स्वच्छता के मंत्र को साकार करने को प्राथमिकता दी है।

उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी ने झाड़ू उठाकर स्वच्छता को एक जन आंदोलन बना दिया और दुनिया में एक मिसाल कायम की। प्रधानमंत्री द्वारा शुरू किए गए स्वच्छ भारत मिशन ने भारत में स्वच्छता के मामले में क्रांति ला दी है क्योंकि अब हर वर्ग के लोग स्वच्छता बनाए रखने को महत्व देते हैं।’’

भाजपा नेता ने कहा कि महात्मा गांधी के स्वदेशी अपनाने के आग्रह की तर्ज पर प्रधानमंत्री भी देश को आत्मनिर्भर और समृद्ध बनाने के लिए ‘वोकल फॉर लोकल’ एवं भारत निर्मित उत्पादों को बढ़ावा दे रहे हैं।

उधर, गुजरात और महाराष्ट्र के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने अहमदाबाद स्थित गुजरात विद्यापीठ में अलग से राष्ट्रपिता को श्रद्धांजलि अर्पित की।

इस शैक्षणिक संस्थान की स्थापना महात्मा गांधी ने 100 साल से भी पहले की थी और देवव्रत फिलहाल इस मानद विश्वविद्यालय के कुलाधिपति हैं।

अहमदाबाद स्थित साबरमती आश्रम में भी सर्वधर्म प्रार्थना का आयोजन किया गया, जो 1917 से 1930 तक महात्मा गांधी का निवास स्थान था और भारत के स्वतंत्रता संग्राम के मुख्य केंद्रों में से एक था।

भाषा राजकुमार मनीषा

मनीषा


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