गुजरात: सीएमओ का फर्जी अधिकारी बनकर ठगने वाला शख्स तीन हफ्ते तक फरार रहने के बाद फिर गिरफ्तार

गुजरात: सीएमओ का फर्जी अधिकारी बनकर ठगने वाला शख्स तीन हफ्ते तक फरार रहने के बाद फिर गिरफ्तार

गुजरात: सीएमओ का फर्जी अधिकारी बनकर ठगने वाला शख्स तीन हफ्ते तक फरार रहने के बाद फिर गिरफ्तार
Modified Date: December 4, 2023 / 04:51 pm IST
Published Date: December 4, 2023 4:51 pm IST

वडोदरा, चार दिसंबर (भाषा) गुजरात के मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) का फर्जी अधिकारी बन एक महिला से बलात्कार के आरोप में गिरफ्तारी के बाद पुलिस हिरासत से फरार हुए व्यक्ति को असम-मिजोरम सीमा के पास से पकड़ लिया गया है।

पुलिस के एक अधिकारी ने सोमवार को बताया कि पुलिस आरोपी ठग विराज पटेल को सोमवार को यहां लेकर आई।

पुलिस के मुताबिक, पटेल को 10 नवंबर को जब एक न्यायाधीश के सामने पेश करने के लिए लाया जा रहा था, तभी वह पुलिस के एक अधिकारी को चकमा देकर अदालत परिसर से फरार हो गया था।

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अधिकारी ने बताया कि उसे धोखाधड़ी, जालसाज़ी, बलात्कार और एक लोक सेवक के रूप में किसी विशेष पद पर रहने का झूठा दावा करने के आरोप में अप्रैल में गिरफ्तार किया गया था और वह वडोदरा केंद्रीय कारागार में बंद था।

उन्होंने बताया कि पटेल कथित रूप से खुद को मुख्यमंत्री कार्यालय का अधिकारी और गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेक-सिटी (गिफ्ट सिटी) का अध्यक्ष बताता था।

अधिकारी ने बताया कि पुलिस हिरासत से पटेल के फरार होने के बाद एक उपनिरीक्षक और एक कांस्टेबल को निलंबित किया गया था और उसे पकड़ने के लिए वडोदरा पुलिस की अपराध शाखा ने एक टीम गठित की थी।

वडोदरा पुलिस की अपराध शाखा की ओर से जारी बयान के मुताबिक, गुजरात से फरार होने के बाद पटेल छत्तीसगढ़ पहुंचा, जहां से वह बिहार, असम और फिर त्रिपुरा गया। बयान के मुताबिक, उसके बाद वह असम और मिजोरम में कहीं छुप गया।

पुलिस ने कहा कि पटेल के त्रिपुरा, असम और मिजोरम में होने का पता चलने के बाद अपराध शाखा ने उसपर नज़र रखने के लिए टीम गठित की, क्योंकि वह लगातार ठिकाना बदल रहा था।

पुलिस ने बताया कि आरोपी का आपराधिक इतिहास है और उसके खिलाफ अहमदाबाद के थानों में चोरी व धोखाधड़ी के मामले दर्ज हैं। पुलिस ने बताया कि उसे एक महिला से बलात्कार और धोखाधड़ी करने तथा फर्जी पहचान पत्र का इस्तेमाल करने को लेकर वडोदरा में किया गया था।

भाषा नोमान दिलीप

दिलीप


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