हिंदू संगठन ने कर्नाटक के राज्यपाल से नफरती भाषण रोधी विधेयक को मंजूरी नहीं देने की अपील की

हिंदू संगठन ने कर्नाटक के राज्यपाल से नफरती भाषण रोधी विधेयक को मंजूरी नहीं देने की अपील की

हिंदू संगठन ने कर्नाटक के राज्यपाल से नफरती भाषण रोधी विधेयक को मंजूरी नहीं देने की अपील की
Modified Date: December 22, 2025 / 12:57 am IST
Published Date: December 22, 2025 12:57 am IST

बेंगलुरु, 21 दिसंबर (भाषा) दक्षिणपंथी संगठन हिंदू जनजागृति समिति ने रविवार को कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत से नफरती भाषण और घृणाधारित अपराधों पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से लाए गए विधेयक को ‘असंवैधानिक’ एवं अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता तथा धार्मिक स्वतंत्रता के लिए ‘गंभीर खतरा’ बताते हुए उसे मंजूरी नहीं देने की अपील की।

एक ज्ञापन में, संगठन और अन्य संगठनों के प्रतिनिधियों ने कर्नाटक घृणास्पद भाषण और घृणाधारित अपराध (रोकथाम) विधेयक, 2025 का विरोध किया। उन्होंने आगाह किया कि इसके प्रावधानों का दुरुपयोग असहमति को दबाने जैसे कार्यों के लिए किया जा सकता है।

समिति ने ‘घृणास्पद भाषण’, ‘घृणाधारित अपराध’ और ‘पूर्वाग्रह से प्रेरित हित’ की उन परिभाषाओं पर चिंता जताई जिन्हें उसने ‘अत्यधिक अस्पष्ट और व्यापक’ बताया।

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समिति ने राज्यपाल से संविधान के अनुच्छेद 200 के तहत इस विधेयक को मंजूरी रोकने तथा उसे विधानमंडल के पास पुनर्विचार के लिए भेजने का अनुरोध किया।

भाषा राजकुमार सुभाष

सुभाष


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