बेंगलुरु, सात फरवरी (भाषा) केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी को लेकर एक विवादित बयान देने के कुछ दिन बाद कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी ने मंगलवार को कहा कि उनके बयान का गलत अर्थ निकाला गया क्योंकि उन्होंने सभी ब्राह्मणों पर आरोप नहीं लगाया था।
दरअसल, कुमारस्वामी ने कहा था कि केंद्रीय मंत्री जोशी ब्राह्मणों के एक ऐसे वर्ग से ताल्लुक रखते हैं जिसने श्रृंगेरी शंकराचार्य पीठ का अपमान किया था और महात्मा गांधी की हत्या की थी।
जनता दल (सेक्यूलर) के वरिष्ठ नेता ने यह भी कहा कि उनके पास हमेशा कुछ प्रतिष्ठित धार्मिक नेताओं की तस्वीरें रहती हैं जो ब्राह्मण समुदाय से आते हैं।
कुमारस्वामी ने इस बयान को लेकर आलोचना किए जाने के कुछ दिनों बाद स्पष्टीकरण दिया, ‘‘मैंने कभी जाति आधारित राजनीति नहीं की। जब भी लोग मेरे पास मदद मांगने आते हैं तो मैं कभी उनसे उनकी जाति नहीं पूछता।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं उन लोगों में से नहीं हूं जो लोगों की जाति के लिए उनका अपमान करते हैं। ब्राह्मण समुदाय सभ्य तरीके से जीवन जी रहा है।’’
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने केवल उन लोगों का जिक्र किया था जिन्होंने श्रृंगेरी में चंद्रमौलेश्वर मंदिर पर हमला किया था, एक ऐसा वर्ग जिसने महात्मा गांधी और मराठा शासक शिवाजी की हत्या की थी।
उन्होंने कहा कि इन घटनाओं के लिए जिम्मेदार लोग कर्नाटक से नहीं बल्कि पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र से थे।
दो दिन पहले कुमारस्वामी ने दावा किया था कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) विधानसभा चुनावों के बाद जोशी को कर्नाटक का मुख्यमंत्री बनाने की ‘‘साजिश’’ रच रहा है और उन्होंने आरोप लगाया था कि जोशी ब्राह्मणों के ऐसे वर्ग से आते हैं जो सभ्य नहीं है और समाज को बांटता है।
भाषा गोला रंजन
रंजन
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