विझिंजम अंतरराष्ट्रीय बंदरगाह के उद्घाटन कार्यक्रम में मुझे विवाद के बाद आमंत्रित किया गया: सतीशन

विझिंजम अंतरराष्ट्रीय बंदरगाह के उद्घाटन कार्यक्रम में मुझे विवाद के बाद आमंत्रित किया गया: सतीशन

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  • Publish Date - April 30, 2025 / 03:21 PM IST,
    Updated On - April 30, 2025 / 03:21 PM IST

कोट्टायम, 30 अप्रैल (भाषा) केरल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष वी डी सतीशन ने बुधवार को कहा कि विझिंजम अंतरराष्ट्रीय बंदरगाह के उद्घाटन समारोह में उन्हें नहीं बुलाए जाने से जुड़े विवाद के बाद उनको इसमें शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया।

कांग्रेस नेता ने ‘पीटीआई-भाषा’ से बातचीत में कहा कि उनको आंत्रित लोगों की सूची से बाहर रखे जाने पर विवाद होने के बाद राज्य के बंदरगाह मंत्री वी एन वासवन की ओर से उन्हें एक पत्र मिला।

सतीशन को मेहमानों की सूची में शामिल नहीं करने को लेकर मंगलवार को विवाद बढ़ गया था जिसके बाद वसावन ने कहा था कि नेता प्रतिपक्ष को उनके आधिकारिक ‘लेटरहेड’ पर आमंत्रण भेजा गया है।

सतीशन ने दावा किया कि पत्र में ‘‘यह नहीं बताया गया कि मुझे क्यों आमंत्रित किया जा रहा है और क्या मैं सिर्फ आमंत्रित व्यक्ति हूं या कार्यक्रम में भागीदार हूं।’’

उन्होंने दावा किया, ‘‘पत्र के साथ कोई कार्यक्रम सूचना भी नहीं थी।’’

सतीशन ने राज्य के एक मंत्री की इस दलील को भी खारिज कर दिया कि उन्हें आमंत्रित नहीं किया गया था, क्योंकि इस बंदरगाह का उद्घाटन राज्य की मौजूदा सरकार के कार्यकाल की चौथी वर्षगांठ समारोह का हिस्सा था, जिसका विपक्ष ने बहिष्कार करने का फैसला किया था।

उन्होंने कहा, ‘‘ बंदरगाह का उद्घाटन सरकार की चौथी वर्षगांठ के जश्न का हिस्सा नहीं है। अगर ऐसा है, तो प्रधानमंत्री इसके लिए क्यों आ रहे हैं? क्या भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और मार्क्सावादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) एक साथ वर्षगांठ मना रही हैं? इसलिए, यह सभी के लिए स्पष्ट है कि यह कारण नहीं था।’’

केरल प्रदेश कांग्रेस समिति (केपीसीसी) के प्रमुख के. सुधाकरन ने मंगलवार को आरोप लगाया था कि राज्य विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष को बाहर रखते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को आमंत्रित करना, पिनराई विजयन की भाजपा को अपने पक्ष में करने की रणनीति का हिस्सा है, ताकि वह अपनी बेटी को लंबित अवैध भुगतान मामले से बचा सकें।

विझिंजम भारत में गहरे पानी का सबसे बड़ा बंदरगाह है और इसका विकास अदाणी समूह की कंपनी अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड (एपीएसईज़ेड) ने सार्वजनिक-निजी भागीदारी के तहत 8,867 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से किया है।

बंदरगाह को पिछले साल चार दिसंबर को सफल परीक्षण के बाद वाणिज्यिक परिचालन के लिए प्रमाण पत्र दिया गया। दूसरे, तीसरे और चौथे चरण को पूरा करने के बाद बंदरगाह के 2028 तक पूरी तरह से चालू होने की उम्मीद है।

भाषा धीरज संतोष

संतोष